जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों के लिए शुक्रवार सुबह नौ बजे मतदान शुरु होगा। निवार्चन विभाग के अनुसार मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई और मतदान दस जून को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। इसके बाद मतगणना पांच बजे से शुरू होगी।
आगामी चार जुलाई को प्रदेश में राज्यसभा की रिक्त हो रही चार सीटों पर हो रहे इस चुनाव में कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक एवं प्रमोद तिवारी तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के घनश्याम तिवाड़ी और भाजपा समर्थित एवं निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा चुनाव मैदान में हैं।
विधानसभा में विधायकों की संख्या बल के आधार पर चार सीटों में दो पर कांग्रेस एवं एक पर भाजपा की जीत पक्की मानी जा रही है जबकि चौथी सीट के लिए मुकाबला होगा जो एक कांग्रेस प्रत्याशी एवं निर्दलीय के बीच माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपने एवं समर्थित विधायकों को खरीद फरोख्त एवं सेंधमारी से बचाने के लिए उदयपुर में की गई बाड़ेबंदी के लिए विधायक गत दो जून को ही जयपुर से रवाना होना शुरु हो गए थे और बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बाड़ेबंदी में पहुंचे।
बाड़ेबंदी में कांग्रेस विधायकों के अलावा निर्दलीय एवं भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के विधायक शामिल हुए। इस दौरान विभिन्न सत्र आयोजित कर राज्यसभा चुनाव के बारे में जानकारियां एवं रणनीति आदि पर विचार विमर्श किया गया।
कांग्रेस तथा समर्थित विधायक गुरुवार शाम तक उदयपुर से वापस जयपुर लौट आए और वे आज यहां एक होटल में ठहरे हैं तथा शुक्रवार को सीधे मतदान के लिए विधानसभा पहुंचेंगे।
कांग्रेस के बाद भाजपा ने भी गत छह जून से अपने विधायकों की जयपुर में एक होटल में बाड़ेबंदी करना शुरु कर दी थी। हालांकि भाजपा इसे भाजपा विधायक अभ्यास वर्ग नाम दे रही हैं और इस दौरान विभिन्न विषयों पर विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। भाजपा के ये विधायक भी शुक्रवार को होटल से सीधे मतदान केन्द्र पहुंचेंगे।
राज्य की दौ सौ सीट वाली विधानसभा में कांग्रेस के 108, भाजपा के 71, निर्दलीय 13, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के तीन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) एवं भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो-दो तथा राष्ट्रीय लोकदल का एक विधायक हैं।
कांग्रेस अपने साथ दो बीटीपी, दो माकपा, एवं निर्दलीयों के साथ बताते हुए इस चुनाव में उसके पास 126 मत होने का दावा कर रही हैं और अपने तीनों प्रत्याशियों की जीत मान रही है। उधर भाजपा निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन कर रहे हैं और वह अपने उम्मीदवार के अलावा निर्दलीय के भी जीतने की उम्मीद लगाए हुए हैं।