जयपुर। राजस्थान में आगामी सात दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी की जारी पहली सूची के बाद टिकट कटने पर बगावत करने तथा कई मंत्रियों एवं विधायकों को टिकट कटने का डर के चलते तथा कांग्रेस की पहली सूची की प्रतीक्षा के कारण नामांकन पत्र भरने का आज तीसरा दिन होने के बाद भी चुनावी दंगल ने अभी जोर नहीं पकड़ा हैं।
भाजपा ने नामांकन पत्र भरने की पहली तारीख गत बारह नवंबर से पहले देर रात 131 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी थी लेकिन इसमें मौजूदा तीन मंत्रियों एवं 23 विधायकों के टिकट कटने के बाद बगावत का सिलसिला शुरू हो गया।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने जैतारण से टिकट नहीं मिलने से बगावत कर पार्टी छोड़ देने, नागौर विधायक हबीर्बुरहमान के भी इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो जाने एवं भाजपा नेता कुलदीप धनकड़ द्वारा इस्तीफा देकर बागी चुनाव लड़ने का ऐलान तथा विधायक चंद्रकांता मेघवाल, भागीरथ चौधरी, अनीता कटारा, देवेन्द्र कटारा एवं गौतम दक की नाराजगी के बीच टिकट कटने के डर के चलते सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ, उद्योग मंत्री राजपाल सिंह तथा अन्य मंत्रियों के मुख्यमंत्री वसुुंधरा राजे से मिलना तथा टिकट पाने की मशक्कत के कारण चुनाव प्रचार जोर नहीं पकड़ पा रहा है।
हालांकि भाजपा अपनी दूसरी सूची जारी करने की तैयारी में हैं और आज केन्द्रीय मंत्री एवं राजस्थान में भाजपा प्रभारी जावड़ेकर ने कहा है कि दूसरी सूची शीघ्र जारी कर दी जाएगी। चुनाव के अब तीन सप्ताह शेष रहे है और कांग्रेस की अभी पहली सूची भी जारी नहीं हुई हैं। कांग्रेस का टिकट वितरण पर मंथन जारी हैं।
दौसा से भाजपा सांसद हरीश मीणा भी आज कांग्रेस में शामिल हो गए। इन सब गतिविधियों के चलते प्रदेश में अभी चुनावी दंगल एवं शोरगुल ने जोर नहीं पकड़ा हैं। हालांकि नामांकन के पहले दिन भारत वाहिनी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी नामांकन पत्र भरने तथा टिकट पाने के बाद भाजपा तथा अन्य दलों के प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र भरना शुरु कर दिया हैं।