अजमेर। राजस्थान प्रदेश का अजमेर जिला संभवतः एकमात्र ऐसा है जहां के केकड़ी उपखंड में जन्मे चार जन प्रतिनिधि पन्द्रहवीं विधानसभा के लिए चुने गए। इन चारों का पैतृक गांव केकड़ी ही है।
इनमें तीन कांग्रेस से जुड़े है जिनमें डॉ. रघु शर्मा, राकेश पारीख , अशोक चांदना, तथा भाजपा के बागी लेकिन निर्दलीय विजेता सुरेश टांक शामिल हैं। इन चारों का ही बचपन जिले के केकड़ी उपखंड से जुड़ा है।
केकड़ी से निर्वाचित डॉ. रघु शर्मा सावर क्षेत्र से, मसूदा से निर्वाचित राकेश पारीख सरवाड़ क्षेत्र से, बूंदी के हिंडोली से निर्वाचित अशोक चांदना केकड़ी से तथा किशनगढ़ से निर्वाचित सुरेश टांक टांटोटी से जुड़े है।
ये चारों अलग अलग विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व तो करेंगे लेकिन इनकी जड़ें अजमेर के केकड़ी में रही है। इन चारों ने यदि एकरय कर संयुक्त प्रयास से काम किया तो आने वाले समय में सभी लोग केकड़ी को जिला बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
अपने निर्वाचन के बाद डॉ. रघु शर्मा को केकड़ी को जिला बनाने व पानी की समस्या से मुक्ति की बात अपनी प्राथमिकता में कहे चुके हैं वहीं निर्दलीय विजेता सुरेश टांक भी स्वयं को सबसे अच्छा विधायक सिद्ध करने का दावा कर चुके हैं।
राजस्थान में जैन समाज से नाै प्रत्याशी विजय
राजस्थान विधानसभा चुनाव परिणामों ने प्रदेश के जैन समुदाय को सुखद अनुभूति प्रदान की है। पन्द्रहवीं विधानसभा के लिए कुल नौ ‘जैन’ विधायक निर्वाचित हुए हैं। इनमें से चार भारतीय जनता पार्टी, चार कांग्रेस एवं एक निर्दलीय है।
नामों पर गौर करें तो भाजपा से गुलाबचंद कटारिया (उदयपुर), प्रताप चंद सिंघवी (छबड़ा), ज्ञानचंद पारख (पाली), ललित ओसवाल (बड़ी सादड़ी) के अलावा कांग्रेस से शांति धारीवाल (कोटा उत्तर), प्रमोद जैन भाया (अंता), मेवाराम जैन (बाड़मेर), रोहित बोहरा (राजाखेड़ी – धौलपुर) के साथ साथ एक निर्दलीय भी सयंम लोढ़ा (सिरोही) निर्वाचित घोषित किए गए हैं। इन सभी के निर्वाचन से प्रदेश का जैन समाज उत्साहित है।
गौरतलब है कि अजमेर जिले के ब्यावर से पारस जैन पंच कांग्रेस से प्रत्याशी रहे और 13000 से ज्यादा की लीड के बावजूद आखिरी राउंड में भाजपा के शंकर सिंह रावत से 3393 मतों से पराजित हो गए।