जयपुर। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार एवं सांसद अहमद पटेल ने राजस्थान में बीजेपी की चुनावी रणनीति को धराशाही करने के लिए मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को उन्होंने केन्द्र सरकार पर मीडिया को दबाए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस कारण लोगों तक सही बात नहीं पहुंच पा रही है।
पटेल ने प्रेस क्लब में पत्रकारों के साथ चाय पर चर्चा के दौरान कहा कि देश नाजुक दौर से गुजर रहा है और ऐसे में मीडिया के लिए काम करना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि पिछले बीस सालों में आतंकवादी, नक्सली घटनाओं एवं माफियाओं के हाथों देश में 47 पत्रकार शहीद हो चुके हैं तथा वर्ष 2014 से अब तक 20 पत्रकार मारे गए हैं जो निर्भयता से अपना काम कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मीडिया डरे बिना लोगों के सामने बात रखे अन्यथा लोकतंत्र को बचाया नहीं जा सकता। पत्रकारों पर हमले एवं दबाव लोकतंत्र पर खतरा बताते हुए कहा कि राजनीति में स्वार्थ के लिए मीडिया का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने वर्ष 2014 के बाद देश में अघोषित आपातकाल बताते हुए कहा कि राजनेताओं और पत्रकारों पर पर निगरानी रखी जा रही हैं। उन्होंने निष्पक्ष पत्रकारिता का जिक्र करते हुए कहा कि दबाव के कारण निष्पक्ष पत्रकारिता नहीं हो पाने से सही बात लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है।
उन्होंने नोटबंदी का जिक्र करते हुए नोटबंदी जिस तरह से लोगों के सामने आनी चाहिए उस रुप में नहीं आई। उन्होंने जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार होती तो इस तरह से जीएसटी लागू नहीं करती तथा वह सरल पद्धति बनाकर यह काम करती। उन्होंने कहा कि बिना व्यवस्था किए तथा केवल फायदा लेने के लिए जीएसटी जैसा काम किया गया हैं।
उन्होंने कांग्रेस में एक ही परिवार को तरजीह मिलने के सवाल पर कहा कि गांधी परिवार ने शहादत दी हैं, आजादी के बाद इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी ने देश के लिए शहादत दी हैं। उन्होंने कहा कि इनके बाद और लोग भी प्रधानमंत्री और पार्टी के अध्यक्ष बने हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ऐसा नहीं हैं, भाजपा में तो थोपा जाता हैं जबकि सोनिया गांधी चुनाव लड़कर अध्यक्ष बनी थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बजरंग बली को दलित एवं वंचित बताने के प्रश्न पर कहा कि किसी की भावना को ठेस पहुंचाने वाली टिप्पणी करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा किसी की भावना के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। राबर्ट वाड्रा जमीन मामले के बारे में किये सवाल पर कहा कि जब तक स्पष्ट नहीं हो जाता किसी को बदनाम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी तो जांच शुरु हुआ हैं और कोई सबूत भी नहीं हैं, सबूत हो तो कार्रवाई की जानी चाहिए।
राममंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस मामले में न्यायालय का जो फैसला आयेगा वह उन्हें स्वीकार होगा। उन्होंने किसानों की हालत के बारे में किये सवाल पर उन्होंने केन्द्र सरकार की खराब नीति एवं नोटबंदी को किसानों की खराब हालत के मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई लेकिन इसका फायदा बीमा कंपनियों को हुआ। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस दो तिहाई बहुमत से कांग्रेस जीत हासिल करेगी।