जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कांग्रेस के विधायक एकजुट हैं, बहुमत हमारे साथ है और विधानसभा का सत्र जल्दी ही होगा।
गहलोत ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जो विधायक न्यायालय में गए हैं, उन्होंने गलती की है और वह भटक गए हैं। उन्होंने कहा कि विधायक दल की एक बैठक मुख्यमंत्री निवास में की थी तथा दूसरी बैठक होटल में की। होटल में इसलिए की क्योंकि जो विधायक चले गए थे, वे वापस आ जाएं, लेकिन वे नहीं आए। इसलिए पार्टी के मुख्य सचेतक ने विधानसभा अध्यक्ष के पास व्हिप उल्लंघन की याचिका दायर की थी।
उन्होंने कहा कि जब मंशा मालूम पड़ जाए कि विधायक पार्टी से हटकर स्वेच्छा से जाना चाहता है उसके लिए विधानसभा अध्यक्ष नोटिस देकर और बातचीत के जरिए उनका बयान लेकर फैसला कर सकता है। यही वह बिंदु है जिस पर बहस चल रही है। उच्च न्यायालय में भी, डबल बैंच में भी और उच्चतम न्यायालय के अंदर भी ये सारे फैसले आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एंटी-डिफेक्शन एक्ट से इसका कोई संबंध नहीं है और हमारे पास पूर्ण बहुमत है, हम एकजुट हैं, तभी यहां बैठे हुए हैं।
गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट गुट के जिन विधायकों को बंधक बनाकर रखा है वहां पर, बाउंसर लगा रखे हैं, उनके फोन आ रहे हैं कि कैसे हम बाहर निकलें, निकल नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनमें से कई लोग जब आएंगे तो हमारे पक्ष में मतदान करेंगे। वैसे उनके अलावा भी हमारे पास पूर्ण बहुमत है और उसी बहुमत के आधार पर हम सदन में जाएंगे और बहुमत साबित करके दिखाएंगे।
रिश्तेदारों पर लगातार हो रही ईडी की कार्रवाई के सबंध में गहलोत ने कहा कि ईडी की कार्रवाई हो, इनकम टैक्स की हो या सीबीआई की हो, छह साल से लगातार मैं खुद बोल रहा हूं, पूरा देश बोल रहा है कि जिस प्रकार से कार्रवाईयां शुरु हुई हैं मोदी के राज में, अमित शाह के इशारे पर वह सबको मालूम है। ईडी और सीबीआई किसके इशारे पर और किस रूप में काम कर रही हैं, यह सब जानते हैं। यह कोई नई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि पहले जब छापे पड़ते थे तो छापे पड़ने के बाद पता चलता था कि अमुक के घर छापा पड़ गया है, अब ऐसी स्थिति है तीन-चार दिन पहले ही खबर लग जाती है कि छापे पड़ने वाले हैं और उसी रूप में छापे पड़ रहे हैं। इन छापों से न हम घबराने वाले हैं और इससे न ही हमारा अभियान रुकने वाला है।
गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते हम तो पूरी तरह ताकत लगाए हुए थे। पूरे प्रदेशवासी साथ थे, सबको हमने साथ लिया, विपक्षी पार्टियों को साथ लिया, 21 घंटे मैंने वीसी की विधायकों के साथ में, तमाम बीजेपी के विधायक थे, सांसद थे, सबने मिलकर माहौल बनाया, धर्मगुरुओं से बातचीत की, डॉक्टरों से बातचीत की, एक्टिविस्ट्स से बात की, राजस्थान का माहौल पूरे देश में अपने आप में चर्चा का विषय रहा, वो मुकाबला हमने किया, आज भी हम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस बीच राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए हमारे कुछ साथियों को गुमराह करके ले जाओ और खरीद फरोख्त के माध्यम से आप सरकार को अस्थिर कर दो यह अशोभनीय है। सवाल इस समय लोगों का जीवन बचाने का है। लोग संकट में हैं, वे मर रहे हैं। 500 लोगों की जान जा चुकी है, हजारों की देशभर में जा रही हैं। इसके बावजूद वे राजनीति कर रहे हैं। देश और प्रदेश की जनता इनको माफ नहीं करेगी।
लोकतंत्र की मजबूती के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिख चिटठी के सबंध में गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र है, संघीय ढांचा है, प्रधानमंत्री कल यह नहीं कह दें कि उन्हें जानकारी नहीं थी या अधूरी जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि यह सब स्पष्ट करने के लिए ही मोदी को पत्र लिखा। तीन दिन तक मैंने उसको जारी नहीं किया। कल मैंने उनको टैग किया और ट्वीट किया।
गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री और उनके साथी लोग पकड़े गए हैं। जब ऑडियो टेप सही है। अगर राजस्थान की सरकार पर विश्वास नहीं है, दिल्ली में विश्वास नहीं है, तो इसे जांच के लिये हम अमरीका भेज देंगे। वे अपनी आवाज का नमूना क्यों नहीं दे रहे हैं। उनको चाहिए कि आगे आकर अपनी आवाज की जांच कराएं।