जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी भाजपा के अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश की जनता की मांग पर ध्यान देते हुए पेट्रोल-डीजल पर तुरंत वैट कम करना चाहिए, लेकिन वह इस मुद्दे पर यू-टर्न कर ध्यान भटका रहे हैं।
डॉ. पूनियां ने आज जारी बयान में कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज डयूटी घटाने से आम जनता को काफी राहत मिली है, साथ ही करीब 25 राज्य सरकारों द्वारा पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने से भी आमजन को राहत मिली है, लेकिन अशोक गहलोत हर बात पर यू-टर्न करते हैं, पहले उन्होंने कहा कि, तमाम राज्य सरकारें वैट कम कर चुकी हैं तो हमें भी करना पड़ेगा, लेकिन अब वह अपनी बात से मुकर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले गहलोत सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी, संविदाकर्मियों को स्थाई करने सहित कई महत्वपूर्ण जनहित के मुद्दों पर वादाखिलाफी और यू-टर्न ले चुके हैं।
डॉ. पूनियां ने कहा कि प्रदेश की सीमा से लगते हुए सभी राज्यों में ईंधन 15-22 रूपये सस्ता है, तेल माफिया अन्य राज्यों से पेट्रोल-डीजल लाकर प्रदेश में बेच रहे हैं, जिससे प्रदेश सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर देश में सर्वाधिक है, जिससे आमजन, व्यापारी एवं सभी वर्ग प्रभावित हो रहे हैं।
वैट को लेकर मंगलवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में होगा फैसला : गहलोत