अजमेर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने किसानों का आह्वान किया है कि वे सदाशयता के साथ केंद्र से बात कर अपना आंदोलन खत्म करते हुए लौटने का काम करें।
चतुर्वेदी ने आज अजमेर में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हित एवं उनके हितैषी वाली सरकार है और किसान भी प्रस्तावित संशोधनों पर सहमत है लेकिन अराजक तत्वों की आंदोलन में घुसपैठ के चलते किसानों को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आए।
केंद्र सरकार लगातार बातचीत करके उनके हित की बात कर रास्ता निकालने के लिए तत्पर है लेकिन निहित स्वार्थी तत्व ऐसा होने नहीं दे रहे और सदनों में पारित तीनों कृषि बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की साजिश है।
चतुर्वेदी ने दावा किया है कि किसान समुदाय में तीनों कृषि कानून बिलों का जबरदस्त स्वागत हुआ है लेकिन पंजाब के किसानों द्वारा आंदोलन की शुरुआत करने के बाद उसमें कुछ गलत तत्व शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एमएसपी की गारंटी देने तथा संशोधन के लिए भी तैयार है।
पत्रकार वार्ता में सांसद भागीरथ चौधरी, पूर्व मंत्री व विधायक अनिता भदेल, अजमेर भाजपा शहर अध्यक्ष डॉ. प्रियशील हाडा भी उपस्थित रहे।