जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने राज्य की कांग्रेस पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपने एक साल के शासन में हर मोर्चे पर पूरी तरह असफल रही है।
पूनियां आज कांग्रेस सरकार के एक साल पूरा होने के खिलाफ भाजपा का आरोप पत्र जारी करने के अवसर पर पत्रकारों से यह बात कही। उन्होंने राज्य सरकार के एक वर्ष को बदहाल करार देते हुए कहा कि हर मोर्च पर विफल रहने वाली सरकार एक साल पूरा होने पर जश्न मनाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रखती है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बिजली के दाम बढ़ा जनता के ऊपर भार लाद दिया तथा आगे और बढ़ोत्तरी की तैयारी है। उन्होंने सरकार पर सैक्युरिटी, फर्जी वीसीआर आदि के नाम पर अरबों रुपए वसूलने की तैयारी करने का आरोप भी लगाते हुए कहा कि इससे किसानों को बड़ा नुकसान होगा।
उन्होंने राज्य सरकार पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार केन्द्र सरकार से मदद नहीं मिलने की बात करती है लेकिन केन्द्र सरकार ने अभी 1186 करोड़ रुपए में से सत्तर प्रतिशत से अधिक की राशि राज्य के हित के लिए जारी की है।
उन्होंने राज्य सरकार दो धुर्वो में बंटी होने का आरोप भी लगाया, जिससे राज्य का विकास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वित्तीय कुप्रबंधन के कारण सड़कों के कार्यां के 50 हजार करोड़ बकाया पड़ा है जिससे विकास को गति नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पेट्रोल के संबंध में चार प्रतिशत वैट लगाकर प्रदेश के लोगों की जैब पर भार लाद दिया वहीं राज्य के बाहर समीपवर्ती लोगों के तेल खरीदना बंद करने से राजस्व हानि भी हुई है।
पायल मामले में सरकार ने बरता भेद
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने राज्य सरकार पर अभिनेत्री पायल रोहतगी अभिव्यक्ति मामले में राज्य की कांग्रेस सरकार पर भेद बरतने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पायल के साथ सरकार ने जो बर्ताव किया हैं, एक तरफ कन्हैया तथा तमाम लोगों को अभिव्यक्ति की आजादी के आधार पर जायज ठहराती है, कानून सम्मत है उसके बारे उन्हें कुछ नहीं कहना लेकिन दूसरी तरफ सरकार के रवैये से साफ जाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में सोशल साइट पर कई जगह गलत तरीके से लिखा कहा गया और कई स्थानों पर इस बारे में मामले दर्ज हैं लेकिन सरकार ने इस पर किसी भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जब उनके ऊपर आई तो महिला के साथ जो बर्ताव किया, यह साफ बड़ा भेद सरकार के मन में झलकता हैं।
विज्ञापन के नाम पर मीडिया को धमकाना सही नहीं
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के मीडियाकर्मियों को कहा कि विज्ञापन उन्हें ही मिलेगा जो उनको दिखाएगा। यह नीयत का ही परिचायक हैं और वह एक वर्ष में इसी में लगे हैं। इससे साफ तौर पर उनकी मानसिकता झलकती है। मीडिया को दबाव में लेना ठीक नहीं है।
भाजपा ने कांग्रेस सरकार के एक साल के खिलाफ जारी किया आरोप पत्र