अलवर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है, महिला सुरक्षा का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार के राज में ही महिलाओं के साथ सर्वाधिक अपराध घटित हुए हैं।
पूनियां ने आज अलवर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस की सरकार को जश्न मनाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। आज तक का चुनावी इतिहास कहता है कि तीन बार मुख्यमंत्री के पद पर अशोक गहलोत पहुंचे लेकिन दो बार जुगाड़ की सरकार बनाई और यह जुगाड़ की सरकार किस तरह चल रही है आमजन को पता है।
पूनियां ने कहा कि गहलोत जब भी सत्ता से बाहर हुए हैं तो इनकी काफी दुर्गति हुई है। पहली बार सत्ता से बाहर हुए तो 56 सीटें आई। दूसरी बार सत्ता से बाहर हुए तो 21 सीटें आई। आखिर फिर यह कौन से मुंह से मुख्यमंत्री इस सरकार को रिपीट होने के बाद का दावा कर रहे हैं।
उन्होंने आकलन करते हुए कहा कि भाजपा भले ही सत्ता से गई हो लेकिन 70- 75 सीटें हर चुनाव में आई हैं। यह फर्क होता है आमजन में सरकार के प्रति विश्वास का। उन्होंने कहा कि बसपा विधायकों के मर्जर का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। निर्दलीयों की बेशाखी के सहारे सरकार बनाई गई। उसके बावजूद भी आगामी विधानसभा चुनाव में रिपीट होने का दावा किया जा रहा है। यह बात समझ से दूर है।
पूनियां ने कहा कि रोजगार के नाम पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के बेरोजगारों के साथ छल किया। आज स्थिति यह है कि 27 फ़ीसदी बेरोजगारी की दर है। यह सर्वे के दौरान खुलासा हुआ है।
बेरोजगारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण बात नहीं हो सकती कि राजस्थान के बेरोजगार कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी से न्याय मांगने के लिए उत्तर प्रदेश पहुंचे एक तरफ प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी एवं का मामला उठाती हैं जबकि राजस्थान ही बेरोजगारी के मामले में दूसरे नंबर पर है।