जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. अरूण चतुर्वेदी ने कहा है कि कांग्रेस लोकतांत्रिक तरीके से नहीं बल्कि सरकारी दबाव के जरिए निकायों पर कब्जा करना चाहती है।
डाॅ. चतुर्वेदी ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि 11 महीने की इस सरकार में विकास के सारे कार्य ठप पड़े हैं, जगह-जगह सड़कें टूटी हैं, निकायों की सफाई व्यवस्था, बिजली व्यवस्था चरमरा चुकी है। गहलोत सरकार को राजस्थान की जनता के बजाय महाराष्ट्र के विधायकों की ज्यादा चिंता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही पहले प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव करवाने का विधेयक पारित किया, बाद में संभावित हार से डर कर फैसला पलटते हुए पुनः अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव करवाने का प्रस्ताव पारित करवाया।
यही नहीं निकाय चुनाव में खरीद फरोख्त के जरिए अपने सभापति बनाने का षडयंत्र रचते हुए सभापति एवं पार्षद चुनाव में सात दिन का अंतराल रखने प्रावधान करवाया। यह कृत्य सीधे-सीधे खरीद-फरोख्त, सरकारी दबाव के जरिए निकायों पर कब्जा करने की उसकी षड्यंत्रकारी मानसिकता को दर्शाता है। इस अवसर पर भाजपा ने शहरी निकाय चुनाव के लिए अपना दृष्टि पत्र जारी किया।