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राजस्थान भाजपा ने समर्पण दिवस के रूप में मनाई प़ं दीनदयाल की पुण्यतिथि - Sabguru News
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राजस्थान भाजपा ने समर्पण दिवस के रूप में मनाई प़ं दीनदयाल की पुण्यतिथि

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राजस्थान भाजपा ने समर्पण दिवस के रूप में मनाई प़ं दीनदयाल की पुण्यतिथि

जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने भारतीय जनसंघ के सह संस्थापक प़ं दीनदयाल की पुण्यतिथि आज यहां प्रदेश कार्यालय में समर्पण दिवस के रूप में मनाई।

इस अवसर पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. अरुण चतुर्वेदी, प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, नारायण सिंह देवल, महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष अल्का मूंदड़ा, किसान मोर्चा प्रदेश महामंत्री ओमप्रकाश यादव, जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा, पूर्व विधायक सुरेन्द्र पारीक, प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार सहित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।

इसके बाद डाॅ. पूनियां ने पार्टीजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महापुरूष पं. दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धा से स्मरण कर रहे हैं, देशभर में पार्टी के कार्यकर्ता समर्पण दिवस के रूप में उनको शिद्दत से याद कर रहे हैं। भारत एक ऐसे विचार की प्रवाह भूमि है, जिसमें अनेक तरह के मुनि, संत, महापुरूष जिन्होंने अलग-अलग तरीके से देश में अलख जगाई।

उन्होंने कहा कि बहुत कम उम्र में पं. दीनदयाल उपाध्याय ने गाँव, गरीब के विकास एवं मुख्यधारा में लाने के लिए अन्त्योदय के विचार की प्रेरणा दी, वह किसी षडयंत्र का शिकार हुए एवं अल्प आयु में, संसार छोड़कर चले गये।

पूनियां ने कहा कि भारत को दुनिया के नक्शे पर वर्तमान में खूबसूरती से देखा जाता है, लेकिन इतिहास की कुछ विकृतियां हैं, उस पर प्रश्न चिन्ह अवश्य उठते हैं। इस तरीके का नैतिक और सनातन देश जिसके टुकड़े हुए, विखण्डन हुआ तो मन में ये प्रश्न जरूर आता है। तो कई बार नई पीढ़ी के लोग भी ये मन में अपने विचार को प्रकट करते हैं कि यदि नेहरू की जगह सुभाष चन्द्र बोस या सरदार पटेल या इस तरह के अन्य लोग होते तो शायद देश का नक्शा कुछ और होता, दिशा और दशा कुछ और होती।

पूनियां ने कहा कि देश में हर हाथ को काम, हर पेट को रोटी, हर खेत को पानी ये जो तमाम नीतियां निकली उसके प्रेरक थे पण्डित दीनदयाल उपाध्याय। अन्त्योदय जिसको कहा, अन्तिम व्यक्ति का उदय वो शासन की नीतियों से निकला, चाहे भैंरोंसिंह शेखावत की काम के बदले अनाज योजना हो, चाहे अटल बिहारी वाजपेयी की किसान क्रेडिट कार्ड योजना हो या फिर पीएम मोदी की पीएम किसान सम्मान निधि योजना हो, तमाम शासन की ये नीतियां ये उनके अन्त्योदय की प्रेरणा से निकलीं।

डाॅ. पूनियां ने कहा कि देश की आजादी के दौरान सत्ता के लिये एक वंश और पीढ़ी इतनी लालायित थी उसके चलते देश का विभाजन हुआ। राजस्थान विधानसभा में डाॅ. पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ सहित भाजपा विधायकों ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।