जयपुर। राजस्थान में कोरोना महामारी के दौरान विद्यार्थियों को हुए पढ़ाई के नुकसान को कम करने तथा विद्यार्थियों का अधिगम स्तर कक्षा के अनुरूप लाने के लिए ब्रिज कोर्स नए शैक्षणिक सत्र से शुरू किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने आज बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वर्ष 2022-23 की बजट घोषणा की अनुपालना में यह कोर्स शुरु किया जाएगा। डा कल्ला ने बताया कि ब्रिज कोर्स के लिए आरएससीईआरटी द्वारा तैयार की गई कक्षा एक से आठ तक की कार्यपुस्तिकाओं का विमोचन करते हुए कहा कि उपचारात्मक शिक्षण के माध्यम से कोरोना महामारी में स्कूल बंद रहने के कारण विद्यार्थियों को हुए शैक्षिक नुकसान की भरपाई की जाएगी तथा नए सत्र से शुरू हो रहे ब्रिज कोर्स के द्वारा प्रदेश के कक्षा एक से आठ तक के लगभग 70 लाख विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित ब्रिज कोर्स के तहत जुलाई से सितम्बर तक प्रथम चार कालांश में उपचारात्मक शिक्षण तथा शेष शैक्षणिक सत्र में प्रथम दो कालांश में उपचारात्मक शिक्षण कराया जाएगा। डॉ कल्ला ने कहा कि ब्रिज कोर्स में दक्षता आधारित इन कार्यपुस्तिकाओं द्वारा विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा तथा बड़े स्तर पर एसडीएमसी/एसएमसी बैठकों व पेरेंट टीचर मीटिंग के माध्यम से अभिभावकों के साथ डिजिटल रिपोर्ट कार्ड्स शेयर करके विद्यार्थियों की प्रगति पर विमर्श किया जाएगा।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल ने कहा कि मई-जून में अधिकारियों एवम् शिक्षकों के आमुखीकरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे जिसमें शिक्षकों को कार्यपुस्तिकाएं पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को व्यवस्थागत रूप से ब्रिज कोर्स संचालन के प्रभावी निरीक्षण के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस अवसर पर आरएससीईआरटी निदेशक प्रियंका जोधावत ने बताया कि कक्षा एक के लिए प्रथम, कक्षा दो के लिए पल्लव, कक्षा तीन के लिए पहल, कक्षा 4 व 5 के लिए प्रयास, कक्षा 6 व 7 के लिए प्रवाह एवं कक्षा 8 के लिए प्रखर कार्यपुस्तिकाएं तैयार की गई हैं जो विद्यार्थियों को कोरोना पूर्व अधिगम स्तर पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।