जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव से पहले जनता से जो वादे किये थे उनमें से कोई भी पूरा नहीं किया गया।
गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत में मोदी को चुनौती दी कि उन्होंने गत लोकसभा चुनाव में जनता से जो वादे किए थे वो पूरे किए हैं तो इन मुद्दों को लेकर फिर चुनाव मैदान में उतरे। उन्होंने कहा कि मोदी पुराने वादे भुलकर जनता से फिर नए वादे कर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरह की विचारधारा को बढाने से देश के संविधान को खतरा पैदा हो गया हैं।
नोटबंदी का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि इससे न तो आतंकवाद पर रोक लगी और ना ही कालेधन पर रोक लगी बल्कि देश में कारोबारी वर्ग और छोटे दुकानदार बेरोजगार हो गए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को अपने पद की गरिमा के अनुरूप भाषा का उपयोग करना चाहिए, इसके विपरीत उनके भाषणों में असत्य का प्रयोग होता हैं। उन्होंने कहा कि मोदी को आशंका है कि वह दुबारा प्रधानमंत्री नहीं बनने जा रहे है इसलिए वह बौखला गए हैं और ताबडतोड रैलियां और शिलान्यास कर रहे हैं।
गहलोत ने केन्द्र सरकार पर केन्द्रीय जांच ब्यूरो का दुरूपयोग करने का भी आरोप लगाने के साथ ही कहा कि मोदी सरकार की छवि चमकाने के लिए करोड़ों रूपए खर्च कर दिया।