उदयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि तानाशाही प्रवृत्ति से लोकतंत्र की हत्या की जा रही हैं और बिहार में जनता दल यूनाइटेड और भाजपा के बीच गठबंधन लोकतंत्र का गला घोंटकर सरकार बनाने के लिए था, जो टूटना ही था और टूट गया।
गहलोत ने बिहार में जदयू एवं भाजपा गठबंधन के टूट जाने पर आज यहां मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि इनकी तानाशाही प्रवृत्ति से गोवा, मणिपुर, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और अभी महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है। ये लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं, लोकतंत्र के हत्यारे है, संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। देश इनको माफ नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महंगाई एवं बेरोजगारी को लेकर अभियान शुरू कर दिया है, इससे ये लोग रक्षात्मक मुद्रा में आ गए हैं। कांग्रेस ने ब्लॉक, जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर यह आंदोलन शुरू किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पार्टी के सांसद, सब लोग गिरफ्तार हुए वहां पर, इसलिए ये लाेग डिफेंस में आ गए।
उन्होंने कहा कि आगामी 28 अगस्त को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में देशव्यापी रैली हो रही है, देखना इनकी स्थिति क्या बनती हैं। हाहाकार मचा हुआ हैं महंगाई को लेकर और महंगाई की मार ऐसी है कि रसोई चलाना मुश्किल हो गया महिलाओं के लिए, ये लोग महिलाओ की बात करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कब तक धर्म के नाम पर लोगों को बरगलाओगे। इसकी एक सीमा होती है। पेट रोटी मांगता है, रोटी नहीं मिल रही है, क्योंकि बेरोजगारों को रोजगार नहीं हैं। देश में हालात बहुत गंभीर हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एवं उनकी सरकार पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने की लगातार मांग करती आ रही है और इसे लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाए रखेगी।
उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए राज्य सरकार बराबर काम कर रही हैं लेकिन केन्द्र सरकार इस पर काम नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि यह पहला मामला होगा कि केन्द्र सरकार द्वारा मदद करने की बजाय योजना के काम को बंद करने के लिए राज्य सरकार को कहा गया।