अजमेर/जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस ने उत्तरप्रदेश के हाथरस दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी के साथ दुर्व्यवहार के मामले को लेकर आज राजधानी जयपुर सहित सभी जिलों में मौन सत्याग्रह किया।
पुलिस आयुक्तालय के पास स्थित शहीद स्मारक पर कांग्रेस नेताओं ने सुबह दस से दोपहर बारह बजे तक दो घंटे का मौन सत्याग्रह किया। मौन सत्याग्रह में उद्याेग मंत्री परसादी लाल मीणा, बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, विधायक संयम लोढ़ा सहित कई नेता और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर भूपेश ने कहा कि मासूमों के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक सोच को बदलने की जरुरत हैं। इसी तरह प्रदेश में उदयपुर, जोधपुर, कोटा, डूंगरपुर, दौसा सहित सभी जिलों में प्रदेश कांग्रेस ने मौन सत्याग्रह का आयोजन किया।
अजमेर में कांग्रेसियों ने किया मौन सत्याग्रह
अजमेर में प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के आह्वान पर कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं हाथरस घटना को लेकर मौन सत्याग्रह किया। कांग्रेसियों ने गांधी भवन परिसर स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने बैठकर दो घंटे का मौन सत्याग्रह किया। अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित इस मौन सत्याग्रह के जरिये हाथरस घटना की निष्पक्ष जांच कराकर न्याय दिलाने की मांग की गई।
इस मौके मसूदा विधायक राकेश पारीक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में परम्पराएं भूल गये हैं और दलित बेटी के साथ जो कुछ हुआ देश के सामने है लेकिन मोदी और योगी की आंखें बंद है। वहां की सरकार ने जो माहौल बना रखा है उससे पर्दा उठना चाहिए।
पूर्व विधायक डा. श्रीगोपाल बाहेती ने राष्ट्रपति से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी को बर्खास्त करने की मांग रखते हुए पत्रकारों से कहा कि हाथरस की घटना के पीछे बड़ा षड्यंत्र योगी सरकार छुपा रही है और जानबूझकर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।
मौन सत्याग्रह में अजमेर डेयरी सदर रामचंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, निवर्तमान शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन भी मौजूद थे। उधर, उपभोक्ता कांग्रेस युवा प्रकोष्ठ तथा वाल्मीकि समाज ने अलग अलग प्रदर्शन कर हाथरस कांड के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते न्याय की अपील की।