जयपुर। राजस्थान में प्रथम चरण में सात जिलों के 19 सेंटर्स पर शनिवार कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन मॉक ड्रिल किया गया।
इन सभी सेंटर्स पर वैक्सीनेशन के पश्चात होने वाले संभावित सामान्य प्रतिकूल प्रभावों एवं कोविड प्रोटोकॉल नियमित रूप से फोलो करने के बारे में जानकारी दी गई। शनिवार को चयनित सेंटर्स पर 424 लाभार्थियों पर ड्राई रन किया गया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने बताया कि पहले चरण में प्रदेश के सात जिलों में पूरी सावधानी और वैज्ञानिक प्रोटोकॉल के साथ ड्राई रन की शुरुआत की गई। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से प्रदेश भर में ड्राई रन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जयपुर के जेके लोन अस्पताल में सबसे पहले ड्राई रन की शुरुआत की गई।
चिकित्सा सचिव सिद्धार्थ महाजन और सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुधीर भंडारी ने ड्राई रन पर पूरी निगरानी रखी। स्थानीय स्तर पर जिला चिकित्सा व संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में ड्राई रन किया गया। इनमें जयपुर में जेके लोन अस्पताल के साथ ही बनीपार्क सेटेलाइट अस्पताल, अचरोल प्राथमिक चिकित्सा केंद्र एवं मणिपाल अस्पताल में ड्राइ रन किया गया। इसके अलावा बीकानेर, जोधपुर, भरतपुर, करौली, अजमेर के दो दो एवं जयपुर और बांसवाड़ा के चार चार सेंटर्स पर ड्राई रन करवाया गया।
अजमेर कोविड टीकाकरण का ड्राय रन आयोजित
अजमेर जिले में दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड.19 टीकाकरण का ड्राय रन का सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक आयोजन किया गया। दोनों जगह 25.25 लाभार्थियों को डमी कोरोना वैक्सीन दी गई।
कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंचशील अजमेर के ड्राय रन में स्वयं समस्त व्यवस्थाओं का जायजा लिया। संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ इन्द्रजीतसिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कृष्ण कुमार सोनी ने दोनों टीकाकरण स्थलों को दौरा किया गया।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद गजेन्द्र सिंह राठौड, अतिारिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ, सम्पतसिंह जोधा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रीनगर के नोडल अधिकारी थे तथा पर्यवेक्षक खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्रीनगर डॉ, राजेश कुमार शर्मा थे।
अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर विशाल दवे, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शिन्दे स्वाति शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंचशील नगर के नोडल अधिकारी थे तथा पर्यवेक्षक ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी किशनगढ डॉ सर्वज्ञ चतुर्वेदी थे।
टीकाकरण ड्राय रन में लाभार्थी की प्रवेश होते ही गार्ड द्वारा मैसेज तथा आईडी जांच कर प्रतीक्षा कक्ष में भेजा गया। इसके पश्चात् वेरीफायर द्वारा कोविन पोर्टल पर लाभार्थी का वेरीफिकेशन ऑनलाईन किया गया।
वेरिफिकेशन के बाद टीकाकर्मी के पास भेजा गया। सफल टीकाकरण के पश्चात् ऑब्जरवेशन कक्ष में 30 मिनट तक बैठा कर सुनिश्चित किया गया कि कोई प्रतिकूल प्रभाव लक्षित न हो। दोनो टीकाकरण स्थलों पर पुलिस विभाग द्वारा दो.दो कान्सटेबल को नियुक्त किया गया। अन्य सभी कार्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा किया गया।
दोपहर में टीकाकरण के ड्राय रन की समीक्षा के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय मे बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में टीकाकरण टीमों ने भाग लिया।