अजमेर। राजस्थान पुलिस के महानिदेशक कपिल गर्ग ने कहा है कि राज्य में अपराधों को खोलने में मिली सफलता ने पुलिस के हौसले बुलंद किए हैं और गत वर्ष की तुलना में वर्तमान में अपराधों में कमी भी आई है।
गर्ग आज यहां अजमेर में पुलिस लाइन मैदान पर विभाग के कनिष्ठतम (कॉंस्टेबल) पुलिस कर्मियों के साथ संपर्क सभा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अपराध बढ़ रहा है लेकिन पुलिस उन पर नियंत्रण बनाने और उन्हें खोलने के लिए बेहतर स्थिति में है।
उन्होंने बताया 235 संवेदनशील अपराधों में से 35-37 को छोड़ सभी मामलों को खोला गया है और पुलिस चाहती है कि किसी भी अपराध की सबसे पहले एफआईआर दर्ज हो।
उन्होंने कहा कि देश को पुलिस अंग्रेजों के जमाने की व्यवस्था से मिली है जिसका परिणाम यह रहा है कि हम अपने आप को बदल नहीं पाए या उस हद तक सफल नहीं हो सके। एक समय एफआईआर दर्ज कराना ही अपने आप में चुनौती हुआ करता था लेकिन आज एफआईआर की प्रक्रिया सरल है।
पहले अपराध पंजीकृत ही नहीं होते थे लेकिन वर्तमान में सरकार की नीति है कि हर अपराध पंजीकृत हो क्योंकि किसी भी मामले में न्याय दिलाने का पहला चरण ही एफआईआर दर्ज कराना है।
गर्ग ने कहा कि अपराध घटते बढ़ते रहते हैं लेकिन प्राथमिकी दर्ज कराना पीड़ित का पहला दायित्व है और प्रदेश की पुलिस भी चाहती है कि कोई भी पीड़ित एफआईआर दर्ज कराने से महरूम न रहे। उन्होंने कहा कि ‘डिकाय ऑपरेशन’ करना भी अपराध दर्ज करने के लिए ही किया जा रहा है ताकि कोई भी अपराधी छूट न सके।
राज्य में बजरी माफिया के बढ़ते अपराध के सवाल पर उन्होंने कहा कि आज बजरी एक समस्या है और लोगों की आवश्यकता भी। यही कारण है कि बजरी माफिया पनप रहे है। उन्होंने स्वीकार किया कि इन माफियाओं को सरकारी तंत्र का भी सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बजरी से संबंधित विभाग और पुलिस कमी को ढूंढकर उसके नियंत्रण के भी प्रयास करेंगे।