बीकानेर। राजस्थान के बीकानेर में सात महीने की नूर फातिमा को एसएनएम नामक बीमारी होने के कारण इलाज के लिए 16 करोड़ रुपए का इंजेक्शन जोलगेन्स्मा लगना था। धन एकत्रित हो उससे पहले ही नूर ने दुनिया को मंगलवार को अलविदा कह दिया।
जानकारी में रहे कि नूर के परिचितों और लोगों ने 16 करोड़ रुपए एकत्र करने के लिए एक कैम्पेन शुरु किया था और अभी तक 40 लाख रुपए इकट्ठा भी हो गए थे। पिता जिशान ने जनसहयोग से धन एकत्रित करने के लिए सहयोग मांगा जिसमें बीकानेर के सिंगर राजा हसन के साथ ही तोषी साबरी, मिस एशिया पैसिफिक रह चुकी अनुपमा ने भी धन संग्रह में सहयोग की अपील की थी।
नूर के रिश्तेदारों के अनुसार 10 लाख रुपए सामाजिक संस्थाओं के पास है और लगभग 30 लाख रुपए पिता और चाचा के खाते में आए है। संस्थाओं को कह दिया गया है कि यह राशि वापिस रख लें। वहीं जिन लोगों ने सीधे खाते में रुपए जमा कराए थे उन्हें भी उनका पूरा रुपया वापिस दे दिया जाएगा।
इस दौरान अगर कोई व्यक्ति रुपए वापस नहीं लेगा तो किसी नेक कार्य में खर्च कर दिए जायेंगे। उल्लेखनीय है कि नूर पैदा होने के साथ ही शरीर के एक हिस्से का संचालन नहीं कर पा रही थी। जयपुर के जे.के. लोन अस्पताल में उसका इलाज करवाया गया।
चिकित्सकों ने जांच के बाद कहा कि उसे स्पाइनल मस्कूलर एनट्रोपी टाइप वन है। यह बहुत ही दुर्लभ बीमारी है, जिसका इलाज तो संभव है लेकिन बहुत महंगा है। इसके लिए विदेश से एक इंजेक्शन मंगवाना पड़ेगा जिसका नाम जोलगेन्स्मा है और इसकी कीमत सोलह करोड़ रुपए है। इस इंजेक्शन से उसके शरीर के अन्य हिस्से काम शुरू कर सकते थे।