अलवर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि सीमावर्ती जिलों में शहादत को सलाम कार्यक्रम को पैसों की बर्बादी बताना शहीदों का अपमान हैं और इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जनता से माफी मांगनी चाहिए।
राजे आज गौरव यात्रा के तहत बानसूर में आयोजित जनसभा में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि शहीदों की याद में गत 14 अगस्त को हमने सीमावर्ती जिलों में ‘शहादत को सलाम’ कार्यक्रम आयोजित किया। लेकिन श्री गहलोत ने इसे पैसे की बर्बादी बताया।
ऐसा कहकर पूर्व मुख्यमंत्री ने हमारे शहीदों और जांबाज सैनिकों का अपमान किया है। जिनकी वजह से आज देश सुरक्षित है उनके अपमान के लिए प्रदेश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्हें इसके लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन लोगों के लिए देश हित से पहले खुद का हित है, लेकिन हम अपने शहीदों के लिए सब कुछ न्यौछावर करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने देश की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा देने वाले शहीदों के परिवारों के लिए कई कल्याणकारी कदम उठाए हैं।
पन्द्रह अगस्त 1947 के बाद शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने, मैडल धारकों की पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी करने और पूर्व सैनिकों को राज्य सेवा में पांच प्रतिशत आरक्षण जैसे प्रावधान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद परिवारों को मिलने वाला सम्मान भी दोगुना किया जाएगा। शहीदों के परिजनों को उनके वाजिब कामों के लिए भटकना नहीं पड़े इसके लिए प्रदेशभर के पुलिस थानों में संबंधित क्षेत्र के शहीदों और सैनिकों की सूची होगी। क्षेत्र के थानाधिकारी समय-समय पर उनके परिजनों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करने में मदद करेंगे।
राजे ने कहा कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में जाने के इच्छुक 11वीं एवं 12वीं कक्षा के बच्चों को विशेष प्रशिक्षण देने के लिए सीकर जिले में महाराव शेखाजी के नाम पर एक स्कूल शीघ्र स्थापित किया जाएगा। इसके लिए 21 करोड़ रूपए का बजट स्वीकृत करने के साथ भूमि आवंटन भी कर दिया गया है। इस आवासीय संस्थान में ब्रिगेडियर रैंक के सेवानिवृत्त आर्मी ऑफिसर डायरेक्टर हाेंगे।
उन्होंने कहा कि स्टेट हाईवे पर टोल टैक्स में प्राईवेट गाड़ियों को टोल फ्री किया गया है। पैट्रोल-डीजल पर चार प्रतिशत वैट घटाकर करीब ढ़ाई रूपए प्रति लीटर उनके दाम कम किए हैं। उन्होंने कहा कि बानसूर विधानसभा क्षेत्र में 50 गौरव पथ बनाए जा रहे हैं और क्षेत्र में 46 स्कूलों को क्रमोन्नत किया गया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने बहरोड़ स्टेडियम में कहा कि ईआरईपी प्रोजेक्ट से अलवर सहित पूर्वी राजस्थान के तेरह जिलों की पानी की समस्या दूर होगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के प्रयासों से राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।