कोटा। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार को इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार करार दिया हैं। राजे आज केशवरायपाटन, हिण्डौली और बूंदी में आमसभाओं को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों को टीवी पर नोटों के बंडल लेते हुए पूरे देश ने देखा और आज वह ही कांग्रेस हम पर आरोप लगा रही हैं, लेकिन हम ऐसे झूठे आरोपों की नहीं, प्रदेश की जनता की परवाह करते हैं। उन्होंने कहा कि हम काम करने में विश्वास करते हैं जो पिछले साढ़े चार सालों में करके दिखाया। इतना तो कांग्रेस अपने पूरे 50 साल में भी नहीं कर पाई।
उन्होंने कहा कि भामाशाह कार्ड के माध्यम से महिला को परिवार का मुखिया बनाया तो इनको समस्या हो गई। महिलाओं के खातों में सरकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत पैसा जमा कराया तो समस्या हो गई। हमने महिलाओं को आत्मनिर्भर, स्वावलम्बी और आर्थिक रूप से सशक्त बनाया तो समस्या हो गई।
क्या भामाशाह योजना के माध्यम से भ्रष्टाचार के रास्ते बंद करना सही नहीं है। सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस को महिलाओं की तरक्की पसंद नहीं है। इसलिए महिलाओं को समर्पित हमारी योजनाओं का वह विरोध कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि अगर गहलोत को शिकायत थी तो उन्होंने विधानसभा में जनता की आवाज क्यों नहीं उठाई। वह दो बार विपक्ष में रहे। लेकिन एक बार भी विधानसभा में एक शब्द भी नहीं बोले। अगर उन्हें जनता की चिंता थी तो पांच साल तक कहां गायब रहे। विधानसभा में आते। वहां बोलते। लेकिन वहां तो एक बार भी मुंह नहीं खोला। अब चुनाव आ गए तो तीन महीने पहले अचानक निकल कर आ गए और अब समस्या ही समस्या दिखने लगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी कांग्रेस सरकार ने जयपुर में बैठकर पूरे पांच साल निकाल दिए। लेकिन हमारी सरकार ऐसी नहीं है। वह जनता के बीच जाकर जनता की बात सुनकर उनकी वाजिब मांगों को जमीन पर लाने की कोशिश करती है। राशन के सामान की कालाबाजारी अब रूक गई है। करीब साढ़े तीन लाख सरकारी नौकरियां निकाली है जिनमें से दो लाख लोगों को नौकरी मिल चुकी है और डेढ़ लाख के लिए प्रक्रिया जारी है। करीब पन्द्रह लाख लोगों को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए हैं।
उन्होंने कहा कि केशवराय पाटन विधानसभा क्षेत्र में पिछले साढ़े चार साल में करीब 1500 करोड़ रूपए के विकास कार्य कराए गए हैं। इनमें से 1120 करोड़ रूपए सड़कों के विकास पर खर्च हुए हैं। उन्होंने कहा कि करीब 110 करोड़ रूपए की लागत से झालीजी का बराना पेयजल योजना से 72 गांवों के एक लाख लोगों को पानी मिलेगा। करीब 74 करोड़ रूपए की लागत से चाकन बांध से इन्द्रगढ़ पेयजल परियोजना का आधे से ज्यादा काम पूरा हो गया है और इस साल के अन्त तक इससे क्षेत्र के 51 गांवों के करीब 73 हजार लोगों को पेयजल उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि करीब 68 करोड़ रूपए की लागत से गेंडोली लिफ्ट परियोजना का काम हमने शुरू किया है। राजे ने कहा कि 100 करोड़ रूपए की लागत से 141 नहरों को पक्का कराने का काम हमने किया है। माछली लघु सिंचाई परियोजना दिसम्बर 2018 तक पूरी हो जाएगी। इसके अलावा चाकन लघु सिंचाई परियोजना मार्च 2019 तक पूरी होगी और इससे खेतों को पानी मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही गेंता-माखीदा पुलिया की मांग थी। जिसे हमने पूरा किया। करीब 130 करोड़ रूपए की लागत से पापड़ी फाटक और केशवराय पाटन फाटक पर आरओबी बनाए जा रहे हैं। बूंदी की सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि बूंदी की 2200 बीघा भूमि को अभयारण्य क्षेत्र से बाहर निकालने के लिए डी-नोटिफिकेशन हुआ है, जिससे जनता को राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अब भी लगभग 83 हेक्टेयर भूमि अभयारण्य क्षेत्र में है, जिसको डी-नोटिफाई कराने के लिए सर्वे का काम हो गया है। हमारी सरकार का प्रयास है कि जल्द से जल्द यह आबादी भूमि भी अभयारण्य क्षेत्र से बाहर निकल जाए।
हिण्डौली में आयोजित सभा में उन्होंने कहा कि हिण्डौली विधानसभा क्षेत्र में हमने विकास कार्यों पर 1500 करोड़ रूपए खर्च किए हैं जबकि गत सरकार ने पांच साल में 300 करोड़ रूपये के ही विकास कार्य करवाए थे। उन्होंने कहा कि नैनवा पेयजल परियोजना की डीपीआर तैयार कराई जा रही है। इससे 290 गांवों में भी निर्बाध रूप से शुद्ध पेयजल मिलेगा। उन्होंने कहा कि सथूर माता बांध सिंचाई परियोजना व मासूली सिंचाई परियोजना का कार्य भी शीघ्र पूरा हो रहा है। इससे यहां के खेतों में खुशहाली लहराएगी।