सवाईमाधोपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी नेताओं के राज्य में कांग्रेस सरकार के किसानों का कर्जा माफ नहीं करके वादा खिलाफी करने के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा हैं कि प्रदेश में राज्य सरकार 22 लाख किसानों का 14 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ कर चुकी है।
गहलोत ने आज सवाईमाधोपुर जिले के गंगापुरसिटी में जिला चिकित्सालय भवन के शिलान्यास एवं विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास एवं लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर उदेई मोड़ पर जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनता की सरकार है और हम सभी वादे निभा रहे हैं, हमने किसानों के कर्जे माफ किए हैं और राज्य में किसानों के 14 हजार करोड़ रुपए के 22 लाख लोगों का कर्जा माफ किया है। ये लोग बोलते रहते है कि कर्जा माफ नहीं किया, जबकि हमारे पास रजिस्ट्रर है जिसमें अंकित हैं कि गांव-गांव में कितना कर्जा माफ किया गया हैं।
उन्होंने कहा कि कर्जा माफ के लिए केन्द्र की बैंकें सहयोग नहीं कर रही है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी आग्रह किया गया कि जब उद्योगपतियों के पांच हजार, आठ हजार करोड़ का कर्जा माफ हो सकता है तो गरीबों का क्यों नहीं हो सकता हैं, गरीबों के तो एक लाख, दो लाख एवं तीन लाख आदि इतना ही होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा वाले हमारे खिलाफ जनआक्रोश रैली निकाल रहे हैं जबकि देश में भयंकर महंगाई है जो सबसे बड़ा मुद्दा है और लोगों की कमर तोड़ दी है, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है और देश में निवेशक आ नहीं रहे हैं और बाहर जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इनके दो करोड़ लोगों को रोजगार देने के वादे का क्या हुआ जबकि राज्य में कांग्रेस सरकार का साढ़े तीन लाख लोगों को नौकरी देने का लक्ष्य के तहत अभी एक लाख 35 हजार को नौकरी दे दी गई हैं और एक लाख 25 हजार नौकरियों की प्रक्रिया जारी हैं और एक लाख की घोषणा बजट में कर रखी है। शायद ही किसी राज्य में इतनी नौकरी मिलती होगी।
गहलोत ने कहा कि वह गुजरात चुनाव में होकर आए वहां लोग शिकायत कर रहे हैं और वहां पर नौकरी नहीं हैं जबकि राजस्थान में पिछले दिनों इनवेस्ट राजस्थान के तहत करीब 11 लाख करोड़ के एमओयू हुए है और राज्य सरकार निजी क्षेत्र में लोगों को रोजगार देने के पूरे प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि किसानों और महिलाओं के लिए अलग से योजना बनाई गई हैं और अब अगला बजट आयेगा, प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे सुझाव दे, युवा सुझाव दे सकते है, मै चाहता हूं कि अगले बजट में युवाओं, छात्राओं एवं बच्चों के लिए क्या कर सकते है, वह हमारी सोच हैं। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि प्रदेश में संवदेनशील एवं पारदर्शी शासन देने की हमारी सोच हैं और बजट के लिए अब तक चालीस लाख लोगों के सुझाव मिले हैं।
उन्होंने कि प्रदेश में पानी, बिजली, स्वास्थ्य एवं सड़के आदि किसी भी क्षेत्र में कोई कमी नहीं रखी गई हैं और इस बार बरसात अच्छी हुई और बुवाई भी अधिक हुई हैं, इस कारण बिजली की थोड़ी बहुत तकलीफ भी हो सकती हैें। उन्होंने कहा कि किसानों को खाद नहीं मिल रही है, केन्द्र पर दबाव बनाये हुए है कि किसानों को खाद की आपूर्ति होनी चाहिए। उन्होंने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आगामी दो-तीन महीने में अगला बजट आ रहा है, निश्चित रहो, सबका ध्यान रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में काम की कोई कमी नहीं रखी और चहुंमूखी विकास हुआ, इस कारण इस बार सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं हैं। हम चाहते हैं कि सरकार रिपीट हो, नई सरकार आती है वह नेगेटेव काम करती है और हमारे सब काम बंद कर देती है। अगर सरकार रिपीट होगी तो वादा है कि इस बार बजट के माध्यम से और भी शानदार योजना के साथ कोई कमी नहीं रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि राजस्थान अग्रणीय राज्य बने यह सपना देखकर काम किया जा रहा है।
उन्होंने स्थानीय लोगों का धन्यवाद किया कि उन्होंने रामकेश मीणा को जिता दिया और हमारी सरकार बचा ली, सरकार बचाना बड़ी बात है, जिस प्रकार भाजपा ने षड़यंत्र किया और 19 विधायकों को मानेसर ले गए हम लोग 34 दिन तक होटलों में रहे। इनका षड़यंत्र कर्नाटक एवं मध्यप्रदेश में सफल रहा और राजस्थान में भी षड़यंत्र किया लेकिन राजस्थान में इनका बस नहीं चला, क्योंकि प्रदेशवासी मेरे साथ थे और इनको मुंह की खानी पड़ी।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र कहां जा रहा है, चुनाव जीते कोई राज करे कोई, यह लोकतंत्र नहीं हैं। ये लोग लोकतंत्र की हत्या करना चाह रहे है। यह समझने की जरुरत हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान से मंत्री दिल्ली में बैठे हैं, लेकिन उनका राजस्थान से कोई मतलब नहीं हैं। पच्चीस सांसद बन गए राजस्थान से उनका भी राज्य से कोई मतलब नहीं है। इसलिए इस बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को ही वापस लानी है।