जयपुर। राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम होने के बाद राज्य सरकार ने कोरोना पाबंदियों में छूट देते हुए नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत अब सार्वजनिक, सामाजिक, शादी समाराेह आदि में अधिकतम 250 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी वहीं नाइट कर्फ्यू को समाप्त कर दिया गया है।
इस संबंध में गृह विभाग के आज जारी आदेश के अनुसार किसी प्रकार के सार्वजनिक, सामाजिक, राजनीतिक, खेलकूद संबंधी, मनोरंजन शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक समारोह के आयोजन में अधिकतम 250 लोगों के सम्मिलित होने की अनुमति होगी।
विवाह समारोह में बैंड-बाजा वादकों को इस संख्या से अलग रखा गया है। समारोह आयोजन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित की जायेगी एवं कोविड उपयुक्त व्यवहार जैसे डबल डोज वैक्सीनेशन, नौ मास्क-नौ एंट्री, स्क्रीनिंग एवं स्वच्छता एवं सेनेटाइजेशन की पालना सुनिश्चित करनी होगी।
इसी तरह समस्त धार्मिक स्थलों को उनके समयानुसार श्रद्धालुओं एवं दर्शनार्थियों के दर्शन के लिए खोले जाने की अनुमति दी गई हैं। इस दौरान धार्मिक स्थल पर फूल-माला, प्रसाद चादर एवं अन्य पूजा सामग्री ले जाने एवं चढ़ाने की अनुमति होगी।
नई गाइडलाइन के अनुसार रात्रिककालीन कर्फ्यू (प्रतिदिन रात ग्यारह बजे से सुबह पांच बजे तक) को समाप्त कर दिया गया हैं। नई गाइडलाइन पांच फरवरी से लागू होगी।
कोरोना नियमों छूट के बाद उर्स में इत्र पेश करने का रास्ता साफ
राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना नियमों में शनिवार से हटाई जा रही पाबंदियों एवं छूट के बाद अजमेर में चल रहे ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 810वें सालाना उर्स में चादर, फूल एवं इत्र पेश करने का रास्ता साफ हो गया है। इससे देशभर से आ रहे जायरीनों की धार्मिक भावनाओं को राहत मिली है। अजमेर के खादिम समुदाय ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया है।
अजमेर दरगाह शरीफ से जुड़े खुद्दाम-ए-ख्वाजा ने मुख्यमंत्री गहलोत के उक्त फैसले का तहदिल से स्वागत करते हुए उनका शुक्रिया अदा किया है। अंजुमन सैय्यद जादगान व अंजुमन शेखजादगान के पदाधिकारियों ने रात्रिकालीन कर्फ्यू को भी हटाने पर खुशी जाहिर की है और कहा है कि इससे दरगाह शरीफ में प्रवेश व रात्रिकालीन धार्मिक आयोजन सहजता के साथ हो सकेंगे।
दरगाह स्थित मजार शरीफ पर भी दौराने उर्स चादर पेश की जा सकेगी। प्रसंगवश आने वाले कल राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चादर पेश की जाएगी और रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की चादर पेश होगी। कोरोना नियमों में पाबंदियां हटाए जाने के बाद अब देश के दूरदराज हिस्सों से अजमेर शरीफ पहुंच रहे आशिकाने ख्वाजा चादर पेश कर सकेंगे।