नई दिल्ली/जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को चुनौती दी है कि वे अगले 24 घंटे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध कहीं गई अपनी बात साबित करके दिखाएं अन्यथा प्रधानमंत्री से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
शेखावत ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम भी लिया है। मैं मुख्यमंत्री गहलोत से अपील करता हूं कि सच क्या है? वे बताएं! क्या प्रधानमंत्री ने वही कहा था, जो आपके मंत्री महोदय बता रहे हैं?
केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना के संकट के साथ ही कांग्रेस के नेताओं का दिमागी संतुलन भी बिगड़ता जा रहा है। संकट के इस दौर में भी कांग्रेस के नेता बदजुबानी और घृणित राजनीति से बाज नहीं आ रहे।
स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने प्रधानमंत्री के बारे में झूठ बोलकर एक बार फिर अपनी सरकार की कमियां छुपाकर जनता को बरगलाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री शर्मा का कहना है कि प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मांग पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कहा था कि न हमसे कुछ मांगो और न खुद कुछ करो।
स्वास्थ्य मंत्री को शर्म आनी चाहिए, यह कहते हुए। एक जिम्मेदार पद पर रहते हुए, देश के प्रधानमंत्री के बारे में झूठ फैलाना लोकतंत्र का अपमान है। यह राजस्थान की जनता का अपमान है, जिसे कांग्रेस को राज्य की सत्ता सौंपी थी, ताकि संकट के समय उन्हें मदद मिले, लेकिन यहां तो कांग्रेसी सरकार ने उल्टी गंगा बहा दी है।
शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री के बारे में अनर्गल बोलकर अगर अपनी राजनीति चमकाई जा सकती है तो कांग्रेस को उसका झूठ मुबारक! लेकिन, सच्चाई सामने लाना मेरा काम है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वैसे भी इस पद पर रहते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने नहीं के बराबर काम किया है। नतीजा प्रदेश की जनता भुगत रही है।
प्रदेश की जनता को अभी तक याद है कि कैसे आपके मंत्रालय की नाकामी की वजह से एक माह के भीतर ही 100 से अधिक नवजात शिशुओं की मौत हो गई थी, जिसकी जिम्मेवारी से आपने तुरंत हाथ हटा लिए थे और अपनी कमी छुपाने के लिए आरोपों की राजनीति पर उतर आए थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने की रणनीति में राजस्थान की सरकार शून्य साबित हो रही है। एक तरफ लॉकडाउन की पालना करवाने वाले पुलिसकर्मियों के साथ लगातार मारपीट हो रही है, दूसरी तरफ कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस अपनी विफलता छुपाने के लिए पहले भीलवाड़ा मॉडल के गुणगान करवाने में मस्त थी और अब जनता के प्रकोप से बचने के लिए इस तरह के बयान देकर असल मुद्दे से ध्यान भटका या जा रहा है।