जयपुर। राजस्थान में पुलिस महानिदेशक (अपराध) एम एल लाठर ने बुधवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त कार्यभार सम्भाल लिया।
लाठर भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 1987 बैच के अधिकारी है। उन्हें वीरता के लिए पुलिस पदक, विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, बारटूपुलिस मैडल फाॅर स्पेशल डयूटी, आपरेशन पराक्रम मैडल सहित छह 6 पदको से अलंकृत किया जा चुका है।
लाठर को एक सफल पुलिस अधिकारी के तौर पर विशेष रूप से दस्यु उन्मूलन तथा कानून व्यवस्था की विकट परिस्थितियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने वाले अधिकारी के रूप में जाना जाता है।
वर्ष 2005 में टोंक के सुहेला कांड के समय कानून व्यवस्था की विकट स्थिति को मात्र 12 घण्टे में सामान्य करने के उनके योगदान को काफी सराहा गया था। वर्ष 2011 में भरतपुर के गोपालगढ गोलीकांड में 13 व्यक्तियों की मृत्यु होने जाने से उत्पन्न तनाव को नियंत्रण करने के लिए लाठर को विशेष रूप से तैनात किया गया था।
उन्होंने हाल ही में डूंगरपुर जिले एवं उदयपुर के खेरवाडा कस्बे में कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने पर उदयपुर पहुंचकर स्थितियों को अतिशीघ्र सामान्य करने में उल्लेखनीय कार्य किया। वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान बिना किसी स्थान पर पुर्नमतदान के शान्तिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने का दायित्व बखूबी सम्भाला।