जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि मणिपुर से तुलना कर राजस्थान को बदनाम किया जा रहा है जबकि प्रदेश अपराध एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में देश में सबसे आगे है।
गहलोत ने शनिवार को सवाई मान सिंह स्टेडियम में राजीव गांधी ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेल-2023 के शुभारंभ के अवसर पर मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में अपराध एवं भ्रष्टाचार के मामलों के प्रति बहुत गंभीर है और शुक्रवार को ही इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की है और निर्देश दिए गए है कि चाहे भीलवाड़ा की घटना हो, चाहे जोधपुर की किसी भी मामले में किसी आरोपी को नहीं बख्शा जाए। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा की घटना के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आठ दस दिन में अदालत में चालान पेशकर शीघ्र सजा दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अच्छा बताते हुए कहा है कि उत्तरप्रदेश में बिना मुख्यमंत्री की अनुमति के किसी अधिकारी को एसीबी गिरफ्तार ही नहीं कर सकती। राजस्थान में एसीबी को कोई हस्तक्षेप नहीं करता है और इस मामले में वह स्वतंत्र है और यहां एसीबी ने भ्रष्टाचार के मामले में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, आरपीएससी के सदस्य, महापौर के पति आदि को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा कि कहा जा रहा है कि राज्य में भ्रष्टाचार के मामलों में बहुत पकड़े जा रहे हैं, पकड़े इसलिए जा रहे है कि हम पकड़वा रहे है। इसकी प्रशंसा करनी चाहिए कि बड़ा से बड़ा आदमी भी बख्शा नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने छूट दे रखी है, इसलिए हिन्दुस्तान में राजस्थान की एसीबी ने कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
उन्होंने कहा कि मणिपुर की तुलना राजस्थान से करके बदनाम किया जा रहा। उन्होंने कहा कि अपराध की घटनाएं हर राज्य में हो रही है लेकिन राजस्थान को बदनाम किया जा रहा है जहां देश में सबसे ज्यादा कार्रवाई होती है। उन्होंने कहा कि तुलना करके बदनाम करने की राजनीति को हम अस्वीकार करते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनचलों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मनचले लड़के माहौल खराब करते है, लड़कियों के साथ बदतमीजी एवं छेड़छाड़ करते है तो उनका इलाज करो, उनके नाम आरपीएसी आदि में भेजो। बहन, बेटी के साथ बदतमीजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सबको मिलकर समाज को शिक्षित करना चाहिए और परिवार में बच्चों का ध्यान भी रखना चाहिए। उन्होंने ब्यावर के दो नाबालिगों के जोधपुर पहुंच जाने और घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यह नौबत नहीं आनी चाहिए कि बच्चे कहीं भाग जाएं। परिवार को चाहिए कि उनका ध्यान रखे एवं उनकी भावना को भी समझे और उन्हें समझाए भी।