अजमेर। राजस्थान पंचायतीराज सेवा परिषद की अजमेर ईकाई के बैनर तले अपने नौ लिखित समाझौतों को लागू किए जाने की मांग को लेकर पंचायतराज कर्मचारी गुरुवार को जिला परिषद के बाहर धरने पर डटे रहे।
अपने आंदोलन को आत्म सम्मान सुरक्षा का नाम देते हुए आंदोलनकारियों का कहना है कि पंचायती राज सेवा परिषद के तीनों घटक संगठनों (पंचायत प्रसार अधिकारी एवं ग्राम विकास अधिकारी) द्वारा 12 सितंबर 2018 से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर रहकर आत्म सम्मान सुरक्षा आंदोलन किया जा रहा है। इसमें प्रदेश की 295 पंचायत समिति मुख्यालयों पर निरन्तर धरने व प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
इस आंदोलन के क्रम में 21 सितम्बर को प्रदेश के समस्त विधायकों का घेराव कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे गए। लेकिन आज तक शासन की ओर से लिखित समझौतों को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। मजबूरन तीनों घटक संगठनों में शासन की हठधर्मिता के चलते रोष व्याप्त है।
इस आंदोलन के संदर्भ में सेवा परिषद के बैनर 26 सितंबर को प्रदेश के समस्त 33 जिला मुख्यालयों पर आत्म सम्मान सुरक्षा एवं वाहन रैली का आयोजन किया गया। इसके बाद 12 हजार अधिकारी एवं कार्मिक राजधानी मुख्यालय जयपुर में पंचायती राज स्थापना दिवस एवं गांधी जयंती के दिन आक्रोश रैली रैली निकाली। इसके बाद भी शासन कर्मचारियों की वाजिब मांगों को गंभीरता से नहीं ले रहा साथ ही सरकार लिखित समझौतों को लागू करने में देरी कर रही है।