अलवर। राजस्थान में अलवर जिले के गोविन्दगढ़ थाना क्षेत्र के रामबास गांव में हुई मॉब लिचिंग की घटना के संबंध में पुलिस ने मंगलवार को सात आरोपियों को गिरतार किया।
पुलिस के अनुसार इस मामले में पुलिस ने टीम का गठन किया और नामजद आरोपी विक्रम खां सहित अन्य आरोपी असद खां, स्याबु पुत्र असरफ खां साहुन पुत्र जुमे खां, तलीम खां, कासम खां, पोला उर्फ ताफिक खान निवासी उलाहेडी थाना सदर अलवर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन स्कार्पियो को भी बरामद कर लिया है। इस मामले में अन्य आरोपियों के बारे में जांच की जा रही है।
समझौते के बाद मृतक का किया अंतिम संस्कार
गोविंदगढ़ थाना अंतर्गत रामबास में मॉब लिंचिंग का शिकार हुए चिरंजीलाल हत्याकांड में परिजन, ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन के बीच समझौता हो गया। पुलिस की देखरेख में परिवारजनों ने मृतक चिरंजीलाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया। प्रशासन और ग्रामीणों में हुए समझौते के अनुसार मुख्यमंत्री सहायता कोष से प्रतिकर का 25 फीसदी आर्थिक सहायता तुरंत प्रभाव से दी जाएगी। उसके बाद नियमानुसार संपूर्ण राशि दी जाएगी।
इधर इस मामले में बयानों के बाद मोब लिंचिंग के तहत कार्रवाई कर आरोपियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। उपखंड अधिकारी लक्ष्मणगढ़ लखन सिंह गुर्जर ने बताया कि इस मामले में परिजनों को बताया गया है कि मुख्यमंत्री सहायता कोष से उनकी राशि स्वीकृत कर दी गई है जिसके लिए बैंक अकाउंट और संबंधित कागजात मांगे गए हैं।
कागजात मिलते ही उनके खाते में राशि जमा कर दी जाएगी। इसके अलावा जो उनकी मुख्य मांग 50 लाख रुपए आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी का जो मांग पत्र है उसे राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा। राज्य सरकार द्वारा स्तर पर ही इस पर कार्रवाई होगी।
इधर, पुलिस उपाधीक्षक कमल मीणा ने बताया कि मोब लिंचिंग की धारा में मुकदमा दर्ज है तथा कई लोगों को डीटेन किया गया है। बयानों के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी दिखाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले को पूरे दिन लेकर चले विवाद के कारण बयान नहीं हो सके इसलिए अब बयानों की कार्रवाई कर आरोपियों की गिरफ्तारी दिखाई जाएगी।