भरतपुर। राजस्थान के धौलपुर में चंबल के बीहड़ों में छिपे कुख्यात दस्यु जगन गुर्जर की तलाश कर रही पुलिस ने बीहड़ो में बंधक बनाए गए दो लोगों को मुक्त कराया है।
जिला पुलिस अधीक्षक अजयसिंह ने बताया कि मंगलपुरा गांव के बीहड़ में गत रात्रि करीब पांच घंटे तक चली आमने-सामने की फायरिंग के बाद इन बंधको को मुक्त कराया है।
उन्होंने बताया कि दस्यु जगन की तलाश में बीहड़ों में दबिश दे रही पुलिस को जगन तो नही मिला लेकिन उसकी दस्यु रामविलास और भारत के साथ अचानक ही मुठभेड़ हो गयी। इन लोगों ने दो लोगो को बंधक बना रखा था।
पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में दोनों तरफ की आमने-सामने की फायरिंग में 200 से अधिक फायर किए गए साथ ही डकैतों और पुलिस की ओर से हैंड ग्रेनेड भी फेंके गए। डकैतों के चंगुल से छुड़ाए गए दोनो बंधक कुछ दिनों पहले करौली जिले से लुटे गए एक ट्रैक्टर की 30 हजार रुपए की फिरौती दस्यु रामविलास और भारत को देने करौली से धौलपुर आए थे। डकैतों के कब्जे से मुक्त कराने के बाद पुलिस ने दोनो बंधकों को छोड़ दिया।
सिंह ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान दस्यु रामविलास और भारत अंधेरे का फायदा उठाते हुए चचोखर की घाटी में कूद भागने में कामयाब हो गए। गौरतलब है कि गत 12 जून को चंबल के कुख्यात सरगना जगन डकैत ने बठिंडा थाना क्षेत्र के ग्राम करणसिंह का पुरा गांव में एक परिवार को बंधक बनाकर हथियारों की नोक पर तीन महिलाओं को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया था जिसके बाद से पुलिस उसे बीहड़ों में घेरने में लगीं हुई है।