कोटा। राजस्थान में कोटा तकनीकी विश्वविद्यालय छात्रा से अस्मत की मांग करने वाले आरोपी प्रोफेसर गिरिश परमार को न्यायालय ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है।
कोटा स्थित राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय आरटीयू के एसोसिएट प्रोफेसर आरोपी के खिलाफ मंगलवार रात को इंजीनियरिंग कॉलेज की एक छात्रा ने दादाबाड़ी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उसके बाद पुलिस ने बुधवार को ही उसको हिरासत में लिया था। आरोपी प्रोफेसर को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर न्यायायलय में पेश किया जहां उसे 25 दिसम्बर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार और छात्र अर्पित अग्रवाल को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच आज शाम करीब चार बजे न्यायालय में पेश करने ले जाने से पहले न्यायालय परिसर में से एक वकील ने एसोसिएट प्रोफेसर के साथ मारपीट करने की कोशिश की लेकिन पुलिस जैसे तैसे उसे बचा ले गई और उसे विशिष्ट न्यायालय महिला उत्पीड़न क्रम.एक के न्यायधीश के सम्मुख पेश किया।
उधर, इस मामले को लेकर एसोसिएट प्रोफेसर को बर्खास्त करने और उसे कड़ी सजा दिलाने की मांग को लेकर आज सुबह से ही तकनीकी विश्वविद्यालय के बाहर भारी संख्या में छात्र जमा हो गए थे और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहे थे जिसे देखते हुए भारी पुलिस लवाजमा भी वहां तैनात किया गया था।
इस मामले की जांच के लिए तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति ने एस के सिंह ने तीन सदस्यों प्रो एसके राठौड़, प्रो डी के पल्लवलिया और प्रोफेसर डॉ मनीषा भंडारी की सदस्यता में जांच कमेटी गठित कर दी थी जिसकी प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद एसोसिएट प्रोफेसर परमार को निलंबित कर दिया गया।
लेकिन इससे असंतुष्ट छात्र लगातार नारेबाजी करते रहे और उन्होंने जोर.अजमाईश कर विश्वविद्यालय का मुख्य द्वार को तोड़कर भीतर प्रवेश कर लिया। यह छात्र कुलपति कार्यालय के बाहर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान कक्ष के बाहर निकले कुलपति एसके सिंह पर एक छात्र ने जूता फेंका तो वहां मौजूद है पुलिस के जवानों ने उस छात्र को अपनी हिरासत में ले लिया और वहां से तत्काल ले गए।