अजमेर/पुष्कर। विधानसभा चुनावों की गर्माहट के बीच पुष्कर विधायक एवं संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही रही हैं। राजीनामें तथा मनाने की तमाम कोशिशों के बावजूद विधायक रावत को अपने ही समाज के निशाने पर हैं।
राजस्थान रावत महासभा ने बीते दिनों समाज के प्रतिभावान सम्मान समारोह में हुए लड़ाई – झगड़े के लिए संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत सहित पांच लोगों को समाज का दोषी करार दिया है।
महासभा के अध्यक्ष शैतान सिंह रावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को रावत मंदिर में आहूत बैठक में सम्मान समारोह में हुए उत्पात के मामले में गठित 15 सदस्यीय जांच टीम ने फैसला सुनाया।
महासभा के संयोजक तारा रावत ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि पिछले दिनों संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत ने सम्मान समारोह के दौरान दर्ज हुए मुकदमे में राजीनामा कराने की बात की जो सरासर झूठी है। विधायक रावत तो खुद इस प्रकरण में दोषी हैं, ऐसे में वे कैसे समाज के दो पक्षों में राजीनामा करा सकते हैं।
तारा रावत ने बताया कि दोनों पक्षों में अध्यक्ष शैतान सिंह ने मध्यस्तता कर कर राजीनामा करवाया था ताकि समाज में आपसी फूट ना हो तथा एकजुटता बनी रहे। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में समाज की आमसभा में दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही का निर्णय लिया जाएगा।