अजमेर। रोडवेज श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के बैनर तले कर्मचारियों की चक्का जाम हड़ताल सोमवार को आठवें दिन भी जारी रही। बसों का संचालन ठप रहने से बस स्टेंड पर आने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पडा।
इस बीच निगम के कर्मचारियों का कहना है कि हमें चक्का जाम के लिए सरकार ने मजबूर किया है। इसका फायदा उठाकर निजी बसें यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। लेकिन सरकार गौरव यात्रा निकाले में व्यस्त है। सरकार इस आंदोलन को दबाने की कोशिश में जुटी है। हम सिर्फ 27 जुलाई को समझौता वार्ता में हुए निर्णय को लागू करने की मांग कर रहे हैं।
कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से बस स्टेंड से रैली निकाली तथा कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पुतला फूंका। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि हम पीछे हटने वाले नहीं है और सरकार की हठधर्मिता जारी रही तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सातवां वेतनमान देने, नई बसों की खरीद, नई भर्ती करने और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को परिलाभ देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर रोड़वेज कर्मचारी गत सत्रह सितंबर से हड़ताल पर चले गए। इससे रोडवेज को करोड़ों का घाटा उठाना पड़ रहा हैं। उधर, राज्य सरकार ने 8 दिन दिन से चल रहे चक्का जाम के बाद भी रोडवेज कर्मचारियों के नेताओं को वार्ता के लिए नहीं बुलाया।