अजमेर। राजस्थान रोडवेज की केन्द्रीय कार्यशाला के मुख्य गेट पर बुधवार दोपहर 12 बजे कार्यशाला के समस्त कर्मचारियों ने अर्धनग्न होकर मुख्यमंत्री के पुतले की शवयात्रा निकाली तथा बाद में उसे फूंक डाला।
कर्मचारी संगठन इंटक और एटक से जुडे कर्मचारियों का कहना था कि 27 जून 2018 को सरकार के साथ हुए समझौते के अनुसार कमेटी गठित कर 31 जून 2018 को अपनी रिपोर्ट पेश करनी थी। परन्तु सरकार कर्मचारियों की जायज मांगों का दमन करके अपना उल्लू सीधा कर बार बार कमेटी की वार्ता आगे बढाते हुए समझौता नहीं करना चाहती।
गत रविवार को आक्रोश सम्मेलन में संयुक्त मोर्चे ने तय किया था कि बुधवार को मुख्यमंत्री का राजस्थान की सभी शाखाओं पर पुतला दहन किया जाएगा। सरकार को चार प्रमुख मांगों परफैसला लेना है जिसमें नई बसों की खरीद करना, कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देना, सेवानिवृत कर्मचारियों का भुगतान तथा कर्मचारियों की भर्ती करना।