अजमेर/जालोर। राजस्थान के जालोर जिले से 7 किमी दूर महेशपुरा गांव में शनिवार देर रात देर रात भीषण हादसे में 6 लोगों की जान चली गई और करीब तीन दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए।
एक यात्री बस 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आ गई। करंट फैलते ही बस में आग लग गई। इससे बस में सवार 6 यात्री जिंदा जल गए तथा 36 बुरी तरह झुलस गए। इनमें से अधिकतर जालोर जिला अस्पताल में भर्ती हैं। कुछ यात्रियों की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें जोधपुर रैफर कर दिया गया।
हादसा जालोर जिले से 7 किमी दूर महेशपुरा गांव में हुआ। जैन श्रद्धालु 2 बसों में शुक्रवार की रात ब्यावर से रवाना हुए थे। सभी जालाेर जिले के जैन मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। दर्शनों के बाद लौटते समय रास्ता भटककर महेशपुरा गांव पहुंच गए। गांव की संकरी गलियों से गुजरते समय एक बस 11 केवी लाइन की चपेट में आ गई और करंट फैलने से बस में आग लग गई।
अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार बस में सवार सभी यात्री जैन समाज के हैं तथा नाकोड़ा तीर्थ से दर्शन करने के बाद अजमेर और ब्यावर लौट रहे थे। हादसे में ब्यावर की सोनल, सुरभि, चांद देवी, अजमेर के राजेन्द्र और ड्राइवर धर्मचंद जैन की मौत हो गई। कंडक्टर की भी मौत हो गई।
झुलसे यात्रियों में से कुछ की पहचान हो पाई है। इनमें जयपुर की प्रियंका, अजमेर की निशा, ब्यावर की शकुंतला, अनौसी, भीलवाड़ा की शिल्पा बाफना, ब्यावर की सुनीता, जयपुर की सीमा, रितिका और शिल्पा शामिल हैं।
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि वे नाकोड़ा के बाद मांडोली में दर्शन करने गए थे। शनिवार देर शाम सभी जालोर शहर पहुंच गए। यहां खाना खाने के बाद उन्हें ब्यावर जाना था। गूगल मैप से ब्यावर का रास्ता देखते हुए बस आगे बढ़ रही थी। बस गलती से महेशपुरा गांव पहुंच गई।
गांव की गली में 11 केवी की लाइन काफी नीचे थी। कंडक्टर हाइटेंशन लाइन की ऊंचाई देखने के लिए बस पर चढ़ गया और तार को हटाने लगा, इसी दौरान बस में करंट फैल गया और आग लग गई।
सीएम गहलोत और पूर्व सीएम राजे ने जताई संवेदना
जालोर में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से बस में आग लगने से 6 लोगों की मौत की घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दुख प्रकट किया है।
सीएम गहलोत ने इस घटना में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट की है और घायलों के बारे में संभागीय आयुक्त डॉ राजेश शर्मा से बातचीत की और उन्हें निर्देश दिया कि वह गंभीर से घायल को देखने जाए मुख्यमंत्री के निर्देश पर संभागीय आयुक्त जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती गंभीर स्थिति के 7 लोगों को देखने के लिए गए। उन्होंने डॉक्टर से इनका इलाज सही ढंग से करने के निर्देश दिए।
जोधपुर में जयपुर निवासी प्रियंका पत्नी सुमित जैन, ब्यावर निवासी शकुंतला पत्नीयशवंतराज जैन, इन्दौर निवासी कौशल्या पत्नी उमेश जैन, ब्यावर निवासी तारा देवी पत्नी लक्ष्मण जैन, जयपुर निवासी कांता पत्नी राजेन्द्र जैन, चैन्नई निवासी गौतम पुत्र उत्तमचंद जैन व ब्यावर निवासी दिनेश पुत्र नेमीचंद जैन को देर रात इलाज के लिए जोधपुर लाया गया। इन सातों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा जोधपुर में भर्ती सात झुलसे लोगों से मिलने के लिए आज सुबह महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मरीजों से बात कर उनके हाल जाने। बाद में उन्होंने डॉक्टरों से इन लोगों के इलाज के बारे में चर्चा कर निर्देश दिए।