जयपुर। राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना फिर पैर पसारने लगा हैं और उसकी दूसरी लहर के खतरे की संभावना बढ़ने लगी हैं।
प्रदेश में फिर एक दिन में करीब पांच सौ के आस पास नए मामले सामने आने लग गए हैं और रविवार को नए मामलों की संख्या 476 पहुंच गई। सर्वाधिक 86 नए मामले राजधानी जयपुर में सामने आए। राज्य में चूरु़, जैसलमेर एवं टोंक को छोड़कर शेष सभी 30 जिलों में कोरोना के नए मामले सामने आए। प्रदेश में इस समय एक भी जिला नहीं बचा हैं जहां कोरोना मरीज नहीं हैं।
प्रदेश में कोरोना का फिर बढ़ते खतरे के मद्देनजर राज्य सरकार ने आठ शहरों अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, सागवाड़ा एवं कुशलगढ़ में रात 11 से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। इसके अलावा 25 मार्च से राजस्थान में बाहर से आने वाले सभी यात्रियों के लिए 72 घंटे के भीतर की आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी और राज्य के सभी नगरीय निकायों में 22 मार्च से रात दस बजे के बाद बाजार भी बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सावधानी बरतने की जरुरत बताते हुए कहा है कि इस समय किसी को भी लापरवाही की इजाजत नहीं होगी और लापरवाही बरती तो सरकार को और सख्त कदम उठाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले भी प्रदेशवासियों को कोरोना से बचाने के लिए कई कदम उठाये और अब भी लोगों को बचाना सरकार की प्राथमिकता है।
राज्य में अब तक कोरोना के मरीजों की संख्या तीन लाख 25 हजार 424 पहुंच गई जिनमें अब तक तीन लाख 19 हजार 41 ठीक हो चुके हैं। कोरोना से अब तक करीब 2800 लोगों की मौत हो चुकी हैं। प्रदेश में अब तक सबसे अधिक कोरोना के मरीज 60 हजार 445 जयपुर में सामने आए हैं जिनमें अब तक 59 हजार 211 स्वस्थ हो चुके हैं। प्रतापगढ़ जिले में अब तक प्रदेश के सबसे कम 1339 मरीज सामने आए हैं उनमें से 1255 ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में अब तक 66 लाख 46 हजार 73 लोग कोरोना जांच करा चुके हैं।