अजमेर। राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा ने कहा है कि मेले एवं उत्सव हमारे जीवन में उमंग का संचार कर जीवन को सुगम बनाते हैं। राज्य सरकार वर्ष पर्यंत्र परंपरागत मेलों के प्रति गंभीर है।
बोराणा गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पुष्कर मेला एवं जनवरी 2023 उर्स मेले के लिए बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि पुष्कर मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहचान रखता है जिसमें लाखों श्रद्धालु एवं पर्यटक आते हैं। मेले में श्रेष्ठ व्यवस्थाएं करना सभी विभागों का दायित्व है। इस मेले में सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
बोराणा ने पशु मेले की अनुमति नहीं देने पर इस बात की सफाई दी कि पशुओं को संक्रमण से बचाने के साथ साथ व्यापक जनहित को देखते हुए जनहित में यह निर्णय लिया गया क्योंकि वर्तमान में लम्पी स्किन डिसीज के साथ साथ अश्व वंश में भी बीमारी देखने में आई है। उन्होंने उर्स के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं की जानकारी ली तथा दरगाह क्षेत्र का अवलोकन किया। इससे पहले बोराणा ने पुष्कर मेले के दौरान निकलने वाली आध्यात्मिक पदयात्रा के निमंत्रण पत्र का भी विमोचन किया। कलेक्टर अंशदीप ने पुष्कर अधिकारियों के साथ बोराणा को मेले की बारिकियों से अवगत कराया।
आध्यात्मिक पद यात्रा के निमंत्रण पत्र का विमोचन
श्री पुष्कर मेला 2022 के दौरान आयोजित होने वाली आध्यात्मिक पद यात्रा के निमंत्रण पत्र का विमोचन किया गया। आध्यात्मिक पद यात्रा, दीपदान, महाआरती एवं भजन संध्या का आयोजन कार्तिक शुक्ल एकादशी शुक्रवार 4 नवम्बर को किया जाएगा। आध्यात्मिक पद यात्रा सुबह 8 बजे गुरूद्वारा से आरंभ होगी। यह पद यात्रा बडी पुलिया, परिक्रमा मार्ग, ब्रह्म चौक होते हुए ब्रह्मा मंदिर, कपालेश्वर मोड होकर मेला ग्राउण्ड तक होगी। दीपदान, महाआरती एवं भजन संध्या पवित्र सरोवर पर शाम 6 बजे से आयोजित होगी।
इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर कैलाश चन्द्र शर्मा, उपखण्ड अधिकारी पुष्कर सुखाराम पिण्डेल, पुष्कर नगर पालिका के ईओ बनवारी लाल मीना, पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक संजय जौहरी एवं प्रद्युम्न सिंह, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. प्रफुल्ल माथुर, देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त गौरव सोनी, दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम डॉ. मोहम्मद आदिल सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।