जयपुर। राजस्थान में अम्बेडकर जयंती पर शनिवार को जुलूस, प्रदर्शन एवं संगाेष्ठियां आयोजित कर संविधान निर्माता के प्रति आदर व्यक्त करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि बाबा साहब ने समरसता का संदेश दिया था लेकिन कुछ लोग चुनाव के समय समाज को बांटने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने न केवल दलितों को ऊंचा उठाने का काम किया बल्कि स्त्री-पुरूष की असमानता काे भी रोकने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि आरक्षण को खत्म करने का सवाल ही नहीं है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आरक्षित वर्ग के लिए कई घोषणाएं की जिनमें उद्योग लगाने पर रिण सीमा बढाने, महिला के नाम जमीन करने पर स्टॉम्प शुल्क घटाने तथा आईआईटी आदि उच्च शिक्षा की निशुल्क कोचिंग की घोषणा शामिल है। राजे ने मूंडला में डिजीटल लाईब्रेरी का शिलान्यास किया तथा आशा व्यक्त की कि देश विदेश के लोग यहां आकर शोधकार्य कर सकेंगे।
राज्यपाल कल्याण सिंह ने भी मूंडला में बालक-बालिका छात्रावास का शिलान्यास किया। अम्बेडकर जयंती पर 190 नगर निकायों में अम्बेडकर भवन का शिलान्यास भी आज किया गया।
कांग्रेस कार्यालय में भी अम्बेडकर के विचार पर आधारित संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा पर अंबेडकर के नाम पर लोगों को गुमराह करने तथा समाज को बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अम्बेडकर के बताए रास्ते पर देश को चलाने का प्रयास किया जिससे दलितों में स्वाभिमान बना।