जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में स्वास्थ्य का अधिकार योजना लागू करने पर विचार किया जा रहा है।
गहलोत ने आज यहां एक कार्यक्रम में पत्रकारों को बताया कि मौजूदा समय में स्वास्थ्य पर खर्चे को देखते हुए सरकार चाहती है कि उनके स्वास्थ्य की चिंता सरकार करे, लिहाजा उन्हें स्वास्थ्य का अधिकार मिले, इसके लिए विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने ऐसे प्रयास पहले भी किए थे जिसके तहत मुफ्त दवा योजना की देश विदेश में प्रशंसा की गई। अब दवाइयों की संख्या बढ़ाई गई है, इसमें कैंसर, हार्ट और किडनी की दवाओं को भी सम्मिलित किया गया है।
गहलोत ने कहा कि स्वास्थ्य के अधिकार का कानून बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं, जिससे कि लोग विश्वास के साथ इलाज करवा सकें। उन्होंने कहा कि ऐसी तमाम योजनाओं को इसमें शामिल करके लोगों को स्वास्थ्य का अधिकार मिले यह सरकार का सपना है। उन्होेंने कहा कि स्वास्थ्य का अधिकार कानून के लिये तैयारी चल रही है, वक्त आने पर इसे उजागर किया जाएगा।
पानी की समस्या के सम्बन्ध में गहलोत ने कहा कि पेयजल की समस्या राज्य में ही नहीं बल्कि देशभर में है। अन्य राज्यों में भी पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है। इससे निपटने के लिए राज्य में हैंडपंप और ट्यूबवैल की मरम्मत भी करवाई गई है और नए भी खुदवाये जा रहे हैं। टैंकर के माध्यम से भी पानी लाेगों तक पहुंचाया जा रहा है।
उसके बावजूद भी कई स्थानों पर पानी की समस्या है। चार जून को इसकी समीक्षा की जाएगी, हालांकि जनता को भी चाहिए ऐसे वक्त में सहयोग करते हुए पानी की बचत का पूरा ध्यान रखें।