जयपुर। राजस्थान में 19 जून को तीन सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू हो गई है तथा सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस को गुजरात की तर्ज पर यहां भी विधायकों की खरीद फरोख्त कर सरकार को अस्थिर करने का खतरा सताने लगा है।
सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने पुलिस महानिदेशक (गुप्तचर) को पत्र लिख कर कांग्रेस एवं निर्दलीय विधायकों की खरीद फरोख्त करने की जानकारी देते हुए कुत्सित प्रयास करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाही करने की मांग की है।
जोशी ने कहा है कि कर्नाटक एवं गुजरात की तर्ज पर विधायकों को भारी प्रलोभन देकर राज्य की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस के दोनों उम्मीदवार वेणुगोपाल एवं नीरज डांगी तथा भाजपा के एक उम्मीदवार राजेन्द्र गहलोत की जीत निश्चित लग रही है लेकिन भाजपा ने एक और उम्मीदवार ओंकार सिंह लखावत को चुनाव में खड़ा कर माहौल को गरमा दिया है।
लखावत को 25 वोटो की जरूरत है जिसके लिये निर्दलीय विधायकों का समर्थन लेने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा को कांग्रेस की अंदरूनी फूट का फायदा उठाने की भी आस है। मुख्यमंत्री अशाेक गहलोत घटनाक्रम पर पूरी नजर रख रहे है तथा उन्हें कई विधायकों ने खरीद फरोख्त करने के प्रयासों की जानकारी दी है।