अजमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि रेलवे का फ्रेट कॉरीडोर का ज्यादा से ज्यादा लाभ राज्य के लोगों को मिले इसका केंद्र सरकार को प्रयास करना चाहिए।
गहलोत ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के तहत 306 किलोमीटर लंबे न्यू रेवाड़ी-न्यू किशनगढ़-मदार रेलखंड (अजमेर) को राष्ट्र को समर्पित के वर्चुअल कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
गहलोत ने आज की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू की दूरदर्शिता से भारत में विकास का दिन सभी को देखने को मिल रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री के समक्ष छह हजार से ज्यादा औद्योगिक इकाइ वाले भिवाड़ी में भी फ्रेट कॉरीडोर स्टेशन खोलने की मांग की।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमाओं से लगते राजस्थान के जैसलमेर एवं बाड़मेर को कांडला (गुजरात) से जोड़ा जाना चाहिए क्योंकि ये क्षेत्र रिफाइनरी के मामले में नई उपलब्धि हासिल कर रहे है। गहलोत ने पुष्कर-मेड़ता रेलवे लाइन के साथ साथ अजमेर को टोंक रेलवे से जोड़ने का मुद्दा भी उठाया।
कार्यक्रम में अजमेर जिले के न्यू किशनगढ़ कॉरीडोर रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में सांसद भागीरथ चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
कार्यक्रम में सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती, विधायक क्रमशः वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, सुरेश टांक, शंकर सिंह रावत, सुरेश सिंह रावत, रामस्वरूप लांबा के अलावा फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत, जयपुर मंडल रेल प्रबंधक मंजुशा जैन, अजमेर रेल मंडल प्रबंधक नवीन कुमार परसुरामका, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के जीएम सुनील सिंह सहित अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि देश की इस बहुउपयोगी परियोजना के तहत आज समर्पित 306 किलोमीटर में से 227 किलोमीटर का खंड राजस्थान से निकल रहा है। इसका सीधा जुड़ाव आने वाले दिनों में गुजरात, महाराष्ट्र, चेन्नई, कोलकाता बंदरगाहों से हो जाएगा।