कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में कुशीनगर जिले के कसया थाना क्षेत्र में राजगीर मिस्त्री ने पत्नी व तीन मासूम पुत्रों की गला रेत कर हत्या कर दी और बाद में खुद ने भी जहर पी लिया।
पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने बताया कि कुड़वा, गोपालपुर टोला के लोगों ने गुरुवार दोपहर करीब एक बजे पुलिस को घटना की सूचना दी। उन्होंने बताया कि गोपालपुर टोला निवासी 33 वर्षीय राजमिस्त्री जितेन्द्र कुशवाहा ने अपनी 31 वर्षीय पत्नी लीलावती, आठ साल के पुत्र आकाश, छह वर्षीय विकास और चार साल के निखिल की गला रेत कर हत्या कर दी। उसके बाद उसने भी जहर पी लिया, जिसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि जितेन्द्र अपने माता-पिता के घर से करीब पांच सौ मीटर मकान में परिवार के साथ रहता हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार दोपहर 12 बजे तक जब जितेन्द्र के घर में कोई हलचल नहीं हुई तो विकलांग मां राजपति किसी तरह खुद उसके घर तक पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था। उसने चिल्लाना शुरू किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो वह दरवाजे के होल से झांक कर देखा। अंदर बच्चों की लाश बिस्तर पर थी और जितेन्द्र नीचे पड़ा था। बगल में उसकी पत्नी भी गिरी पड़ी थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राजपति ने गांव वालों को बुलाया तो गांव के लोग बाहर से दीवार पर चढ़े और दरवाजा तोड़ कर अन्दर देखा तो दो तख्तों पर तीन बच्चों की लाश पड़ी थी। नीचे लीलावती का शव पड़ा था। चारों का गला रेता गया था। बगल में नीचे ही जितेन्द्र अचेत अवस्था में पड़ा था और उसके मुंह से झाग निकल रहा था। पुलिस ने जितेन्द्र को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। कमरे में जूठी प्लेट भी पड़ी थी। संभवत: रात में सभी ने मछली चावल खाया था।
परिजनों के अनुसार रक्षाबंधन से एक दिन पहले पति की शराब की लत से परेशान होकर उसकी पत्नी लीलावती बच्चों को लेकर मायके गई थी। बुधवार को जितेन्द्र पत्नी व बच्चों को लाने ससुराल कसया क्षेत्र के ही विश्वंभरपुर माधोपुर मठिया पहुंचा तो ससुर व सालों ने उसे शराब की लत छोड़ने का दबाव बनाया।
शराब छोड़ने का वादा कर वह बच्चों के साथ वह बुधवार शाम घर लौटा था। ग्रामीणों ने बताया कि जितेन्द्र शराबी पीने का आदी था और उसने गई लोगों से कर्ज ले रखा था और चुकाने की बजाय कमाई के रूपए से शराब पी जाता था। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।