चेन्नई। दक्षिण भारत के सुप्रसिद्ध अभिनेता रजनीकांत ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों को कुछ राजनीतिक दलों की व्यक्तिगत महत्वकांक्षा बताया और कहा कि अगर इससे किसी मुसलमान का नुकसान हुआ तो वह इसका सबसे पहले विरोध करेंगे।
रजनीकांत ने अपने पोइस गार्डेन निवास पर पत्रकारों से कहा कि केंद्र ने साफ तौर पर स्पष्ट किया है कि सीएए से भारत के किसी भी मुसलमान का कोई नुकसान नहीं होगा। कुछ राजनीतिक दल लेकिन अपनी व्यक्तिगत महत्वकांक्षा पूरी करने के लिये सीएए का दुष्प्रचार कर रहे हैं।
रजनीकांत ने कहा कि विभाजन के बाद पाकिस्तान और अन्य देशों से जो मुसलमान भारत में रहने आये उन्हें देश से बाहर कैसे भेजा जाएगा?
उन्होंने कहा, केंद्र ने साफ तौर पर स्पष्ट किया है कि इस देश के कोई भी मुसलमान प्रभावित नहीं होगा। अगर सीएए से किसी मुसलमान का कोई नुकसान हुआ तो मैं सबसे पहले उसका विरोध करूंगा।
रजनीकांत ने पिछले 30 सालों से तमिलनाडु में शिविरों में रह रहे श्रीलंका के शरणर्थियों को भी नागरिकता देने की वकालत की है। अभिनेता ने कहा कि दूसरे देशों से आये प्रवासी नागरिकों का पता लगाने के लिये राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) का होना बहुत जरूरी है।
छात्रों और युवाओं द्वारा सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने पर रजनीकांत ने कहा, किसी भी प्रदर्शन में हिस्सा लेने से पहले उसके तथ्यों की जानकारी कर लें। अपने अभिभावकों और प्रोफसरों की भी सलाह ले लें। इस बात को लेकर आश्वस्त हों कि किसी एफआईआर से आपका भविष्य तो नहीं खराब होगा क्योंकि ऐसी आशंका है कि कुछ राजनेता अपने निजी स्वार्थ के लिये आपका इस्तेमाल कर सकते हैं।