नयी दिल्ली । जम्मू-कश्मीर में पिछले सप्ताह हुए आतंकवादी हमले के बाद पुलवामा में आज फिर आतंकवादियों के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों का मनोबल ऊंचा है और वे पूरी ताकत के साथ आतंकवादियों का खात्मा करने के लिए अभियान चला रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार तड़के सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के एक कमांडर सहित दो आतंकदियों को ढेर कर दिया। मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गये और एक नागरिक की भी मौत हो गयी। सिंह से यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं ने जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों का मनोबल ऊंचा है और वे आतंकवादियों का खात्मा करने के लिए अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को सफलता मिल रही है।
गत गुरूवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती आतंकवादी ने केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के काफिले की एक बस में विस्फोटकों से भरी कार से टक्कर मार दी थी। इस हमले में 40 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गये थे और चार अन्य घायल हो गये थे।
इससे पहले गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस के साइबर अपराध जागरूकता एवं अनुसंधान केन्द्र तथा नेशनल साइबर फोरेंसिक प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि लोगों में साइबर अपराध के खतरों के बारे में जागरूकता बढाना जरूरी है। उन्होंने कहा , “ मुझे विश्वास है कि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी की मदद से साइबर अपराध की चुनौती से भलीभांति निपट सकते हैं।” गृह मंत्री ने कहा कि स्मार्ट फोन के जरिये देश की बहुत बड़ी आबादी तक इंटरनेट की पहुंच बढी है। इससे जहां अवसर बढे हैं वहीं नयी चुनौतियां भी पैदा हुई हैं।
सिंह ने कहा कि यदि डिजिटल दुनिया में लोगों का विश्वास जीतना है तो साइबर अपराधों के प्रति कड़ी सख्ती बरतनी होगी और इन्हें किसी भी हादत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को अपने कौशल को निखारना होगा। इंटरनेट और कंप्यूटर के इस युग में साइबर अपराध के कई पहलू हैं जिनमें धोखाधड़ी , महिलाओं को परेशान करना, सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश देना और आतंकवाद के लिए लोगों को भड़काना शामिल है। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक तंत्र विकसित किये जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने पिछले चार-पांच वर्षों में साइबर अपराधों से निपटने के लिए कई कदम उठाये हैं जैसे धोखाधड़ी तथा महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों के बारे में शिकायत के लिए एक आॅनलाइन पोर्टल शुरू किया गया है। इसके साथ ही धोखाधड़ी के मामलों के संबंध में एक अंतर मंत्रालय समिति का भी गठन किया गया है।
विशेषज्ञों के समूह के अध्ययन के आधार पर साइबर अपराध समन्वय केन्द्र बनाने पर भी काम चल रहा है। यह केन्द्र साइबर फोरेन्सिक, साइबर जांच, साइबर अनुसंधान और नवाचार तथा साइबर प्रशिक्षण के क्षेत्र में काम करेगा।
गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस के आवासीय परिसर का भी उद्घाटन किया जिसमें 56 फ्लैट हैं। दिल्ली पुलिस ने पिछले वर्ष 312 आवासीय इकाई बनायी थी और 969 इकाइयों का निर्माण कार्य चल रहा है। इस मौके पर दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल , दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, गृह मंत्रालय तथा दिल्ली पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।