चित्तौड़गढ़ | राजपूत करणी सेना आरक्षण की समीक्षा को लेकर आगामी सितम्बर से राष्ट्रव्यापी सर्व समाज आंदोलन प्रारम्भ करेगी। राष्ट्रीय संयोजक लोकेन्द्रसिंह कालवी ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि करणी सेना अपनी स्थापना तिथि 23 सितम्बर को चित्तौड़गढ़ दुर्ग से आरक्षण समीक्षा के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन का आगाज करेगी।
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में राजनीतिक संगठनों को छोड़ सभी सामाजिक संगठनों को शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आरक्षित वर्ग के संगठनों से भी बात कर उन्हें समझाया जाएगा कि आज तक जातीय आरक्षण से गरीब व जरूरतमंद के हित नहीं सधे हैं । ऐसे में संघ की अवधारणा के मुताबिक आरक्षण की समीक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आरक्षण समाप्त नहीं किया जा सकता है लेकिन अब समय आ गया है कि इसका लाभ किसे मिले इसकी समीक्षा की जानी जरूरी है।
उन्होंने खुलासा किया कि आरक्षण की समीक्षा के लिये गत एक साल से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मोहन भागवत सहित संघ के शीर्ष नेता एम.जी वैद्य व दत्तात्रेय होंसबोले उनके सम्पर्क में है और संभव है कि यहां से आंदोलन के आगाज के समय 23 सितम्बर को इन तीनों में से कोई एक यहां मौजूद हो ।
एक सवाल के जवाब में कालवी ने कहा कि यह सही है कि पूर्व में राजपूत समाज के लिए जातीय आरक्षण की मांग की थी लेकिन अब हम संघ के मोहन भागवत द्वारा दिये उस बयान से सहमत हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि आरक्षण किसे मिले इसकी समीक्षा की जानी चाहिए और इसका लाभ गरीब व जरूरतमंद को मिलना चाहिए।