अजमेर। राजपूत छात्रावास की धरोहर पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर राजपूत समाज ने कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा।
राजस्थान क्षत्रिय महासभा अजमेर के बैनर तले बडी संख्या में राजपूत समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन और नारेबाजी की। उन्होंने पुलिस पर अतिक्रमणकारियों से मिलीभगत का आरोप लगाया। उनका कहना था कि कुंदन नगर में क्षत्रिय राजपूत समाज की 14 बीघा से अधिक जमीन क्षत्रिय राजपूत बोर्डिंग हाउस अजमेर राजपूताना व प्रसिडेंट राजस्थान क्षत्रिय महासभा अजमेर के नाम बीते 80 साल से है।
संस्था के अध्यक्ष सुमेर सिंह शेखावत ने बताया कि एक सप्ताह पहले समाज की उक्त जमीन खसरा नंबर 3721 व 3722 में से लगभग 400 वर्ग गज जो कि समारोह स्थल के पास स्थित है, जिसकी दीवारें व वहां रखी लकडी को खुर्द बुर्द कर राकेश नामक व्यक्ति जो वर्तमान में तहसीलदार दूदू का वाहन चालक है वह अवैध रूप से अतिक्रमण कर अवैध रूप से निर्माण करवा रहा है।
संस्था अध्यक्ष, वार्डन जब उसे समझाने की कोशिश करते हैं तो गाली गलौच करता है। कहता है कि मैं कलेक्ट्री में नौकरी करता हूं, तुम्हें पुलिस में बंद करवा दूंगा। पुलिस में शिकायत करने पर राकेश गलत व कूटरचित दस्तावेज जो खसरा नंबर के 3717 है लाकर पेश कर रहा है। उक्त खसरा समाज की जमीन आस पास की नहीं है न ही राकेश के पास उक्त खसरा में से जमीन क्रय करने का कोई दस्तावेज उपलब्ध है।
पूर्व में भी राकेश ने समाज की खाली पडी भूमि पर अवैध कब्जा करके बैठे लोगों को निर्माण करने को उकसाया तथा कब्जे करवाए। विरोध करने पर अतिक्रमियों ने एकराय होकर गाली गलौच की तथा पत्थर फेंके। वे झूठे मुकदमें दर्ज करवाने की धमकी देते हैं।
संस्था सचिव एडवोकेट चन्द्रभान सिंह राठौड ने कहा कि स्थानीय प्रशासन अतिक्रमणकारियों को बिजली, पानी, सडक, नाली निर्माण कर सुविधा प्रदान कर रहा है। वर्तमान में छात्रावास में 4 बिल्डिंग बनी हुई है। एक में बॉयज हॉस्टल तथा 2 में गर्ल्स हॉस्टल संचालित है।
पूर्व में भी प्रशासन को कई बार इस संबंध में ज्ञापन दिए गए लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। इस मामले को आवश्यक प्रकृति का मानकर आंतरिक सुरक्षा समिति में रखवाकर समाज की जमीन का डिमार्केशन के आदेश प्रदान करने की कार्रवाई अविलंब की जाए।