जयपुर। राजस्थान से राज्यसभा की तीन सीटों पर 26 मार्च को होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र गहलोत को अपना उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा ने आज नई दिल्ली में राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की जारी की सूची में पूर्व मंत्री गहलोत को राजस्थान से राज्यसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है। गहलोत के नाम की घोषणा होने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश भाजपा की तरफ से गहलोत का ही नाम भेजा गया था।
डा पूनिया ने कहा कि इनका नाम का चयन उनके काम, अनुभव एवं सामाजिक समीकरण सहित सभी तरह से उनके फिट बैठने के कारण पार्टी ने उन्हें राज्यसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार चुना है। उन्होंने कहा कि इससे पहले राज्यसभा चुनाव में मदन लाल सैनी का चयन कर्मठ कार्यकर्ता, सामाजिक समीकरण, अन्य पिछड़ा वर्ग, काम का अनुभव आदि मिश्रण के मद्देनजर प्रत्याशी बनाया था, उसी तरह राजेन्द्र गहलोत को उम्मीदवार बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि गहलोत वर्तमान में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और मंत्री रह चुके रहने के बावजूद उन्होंने जोधपुर में वार्ड मेम्बर का चुनाव भी लड़ा और वह पार्षद भी है। उन्होंने कहा कि इसलिए वह जमीन से जुड़े नेता हैं और आपातकाल के समय जेल भी गए थे। उन्होंने कहा कि जोधपुर के रहने वाले हैं, यह सोचकर उन्हें टिकट नहीं दिया गया जबकि उनकी योग्यता के आधार पर ही उन्हें टिकट दिया गया है।
गहलोत को प्रत्याशी बनाए जाने पर प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि एक कार्यकर्ता का चयन किया गया है जो बहुत ही अच्छा और सुखद है। उन्होंने कहा कि गहलोत लम्बे समय से पार्टी में कर्मठता के साथ काम करते आ रहे हैं और पार्टी ने उनका राज्यसभा उम्मीदवार के रुप में चयन कर एक अच्छा काम किया है।
उल्लेखनीय है कि गहलोत भैरों सिंह शेखावत मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके है। वह भाजपा के प्रदेश संगठनात्मक चुनाव के लिए प्रदेश चुनाव अधिकारी रहे थे। उनकी राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) में भी अच्छी पकड़ मानी जाती है।
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए छब्बीस मार्च को चुनाव होगा, जिसके लिए तेरह मार्च को नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि है। राज्य में दो सीटों पर कांग्रेस का पलड़ा भारी माना जा रहा है।
भाजपा सांसद रामनारायण डूडी, विजय गोयल और नारायण लाल पंचारिया का कार्यकाल पूरा होने पर ये तीन सीटे खाली हो रही है। राजस्थान में राज्यसभा की दस सीटें हैं। इनमें नौ सीटों पर भाजपा का कब्जा है और एक सीट पर कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सांसद हैं।