जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव के लिए आज सुबह नौ बजे शुरु हुआ मतदान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित लगभग सभी विधायकों ने अपने मत का प्रयोग किया।
मतदान के लिए राज्य में सत्तारुढ़ कांग्रेस एवं विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बसों के जरिए विधानसभा पहुंचे और कांग्रेस की ओर से सबसे पहला वोट गहलोत ने डाला। कांग्रेस के पायलट, अन्य मंत्रियों एवं विधायकों ने अपने मत का प्रयोग किया। हालांकि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल अस्वस्थ होने के कारण अपना वोट डालने नहीं आ सके। विधायकों की बाड़ेबंदी के दौरान शुरु में होटल नहीं पहुंचे खाद्य मंत्री रमेश मीणा होटल से अपने सरकारी वाहन से वोट देने विधानसभा पहुंचे।
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि कांग्रेस के लगभग सभी विधायक अपना वोट डाल चुके हैं और आस्ट्रेलिया गए पार्टी विधायक वाजिब अली भी हाल में लौट आए हैं और मतदान के लिए विधानसभा आए हैं। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के इस चुनाव में कांग्रेस के दोनो प्रत्याशी अच्छे मतों से जीत दर्ज करेंगे तथा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन कर रहे 125 विधायकों के लक्ष्य से अधिक का ही समर्थन हासिल होगा।
इसी तरह भाजपा के विधायकों में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां, प्रतिपक्ष उपनेता राजेन्द्र सिंह राठौड़ सहित लगभग सभी विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वोट डालने के बाद भाजपा के कई विधायक ने भी भाजपा के दोनों प्रत्याशियों के जीतने के दावे किए।
चुनाव में कांग्रेस का समर्थन कर रहे तेरह निर्दलीय विधायक भी अपना वोट डाला। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दो, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के तीन तथा भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो विधायकों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। रालोपा ने इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी का समर्थन किया है।
इससे पहले वैश्विक महामारी कोरोना के चलते चुनाव में मतदान करने पहुंचे श्री गहलोत सहित सभी विधायकों की स्क्रीनिंग की गई। सभी ने कोरोना नियमों की पालना करते हुए मास्क पहने हुए थे तथा सामाजिक दूरी का भी पालन किया गया। करीब डेढ़ बजे तक कुछ विधायकों को छोड़कर शेष विधायक अपना वोट डाल चुके थे। हालांकि मतदान अपराह्न चार बजे तक होगा और शाम पांच से मतगणना शुरु होगी।
चुनाव में कांग्रेस ने पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी नेता नीरज डांगी को प्रत्याशी बनाया है जबकि भाजपा ने पार्टी उपाध्यक्ष राजेन्द्र गहलोत और पूर्व सांसद औंकार सिंह लखावत पर दांव खेला है। चुनाव में संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस के दोनों प्रत्याशी एवं एक भाजपा प्रत्याशी की जीत मानी जा रही है।
राज्य में कुल दो सौ विधानसभा सदस्यों में कांग्रेस के पास बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए विधायकों सहित उसके 107 विधायक हैं और वह 13 निर्दलीय, दो बीटीपी, दो माकपा एवं एक आरएलडी विधायक का समर्थन हासिल होने का दावा कर रही है और ये विधायक भी बाड़ेबंदी के दौरन उनके साथ दिखाई दे रहे थे।