लखनऊ। उत्तर प्रदेश सेे राज्यसभा की रिक्त दस सीटों पर नामांकन के अंतिम क्षणों में निर्दलीय उम्मीदवार अनिल अग्रवाल के पर्चा दाखिल कर देने की वजह सेे मतदान के बने आसार के बीच बहुजन समाज पार्टी उम्मीदवार भीमराव अंबेेडकर की दुश्वारियां बढ़ती नजर आ रही हैं।
सूबे से राज्यसभा में दस उम्मीदवारों को जाना है लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में अनिल अग्रवाल के पर्चा दाखिल कर देने के बाद अब उम्मीदवारों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। इसलिए मतदान के आसार बढ़ गए हैं।
नामांकन पत्राेें की जांच मंगलवार को होगी। 15 मार्च तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। पर्चे सही पाये जाने या किसी के नाम वापस नहीं लेने पर 23 मार्च को मतदान तय हैै। अनिल अग्रवाल के प्रस्तावकों में भारतीय जनता पार्टी केे विधायक शामिल हैं।
भाजपा गठबंधन के पास 325 मतदाता हैैैं। केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली समेत भाजपा के आठ उम्मीदवारों की जीत तय है। एक उम्मीदवार की जीत केेे लिए 37 मतदाताओं की जरुरत है। इस तरह भाजपा के आठ उम्मीदवारों की जीत के बाद भी उसके गठबंधन के पास 29 मतदाता शेष बचेंगे।
माना जा रहा है कि अग्रवाल को निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में इन्ही शेष बचे मतदाताओं के भरोसे चुनाव में उतारा गया है। इस चुनाव में विधानसभा के सदस्य मतदाता होते हैं। मतपत्रों को दिखाकर वोट डालना होता है। मतपत्रों को दिखाकर वोट डालने का नियम बसपा उम्मीदवार को फायदा पहुंचा सकता है।
इससे पहलेे, नामाकंन के अंतिम दिन केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली समेत भारतीय जनता पार्टी के आठ उम्मीदवारों ने पर्चे भरे। विधानभवन के सेंट्रल हाल में जेटली के अलावा अशोक वाजपेयी, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, विजय पाल सिंह तोमर, डा अनिल जैन, जीवीएल नरसिंहाराव और हरनाथ सिंह यादव ने नामाकंन दाखिल किया।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष डा़ महेन्द्र पाण्डेय समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। जेटली ने 11 बजकर 40 मिनट पर जबकि अन्य सात उम्मीदवाराेें ने करीब डेढ बजे नामांकन पत्र दाखिल किए थे।