नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पेट्रोल-डीजल की मूल्य वृद्धि को लेकर नियम 267 के तहत कार्य स्थगन की मांग की। उन्होंने कहा, पेट्रोल-डीजल और घरेलू गैस के दामों में वृद्धि के विरोध में पूरे देश में आंदोलन हो रहे हैं। यह ज्वलंत मुद्दा है और इसपर कार्य स्थगन बहुत महत्वपूर्ण है। इस पर तत्काल चर्चा कराई जानी चाहिए। पेट्रोल पर 820 प्रतिशत और डीजल पर 258 प्रतिशत उत्पाद कर है। इसके कारण इनके दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
इसके बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा, महत्वपूर्ण मुद्दा होने के कारण ही उन्होंने इस पर बोलने की अनुमति दी है। सदस्य इस मुद्दे पर विनियोग विधेयक पर चर्चा के दौरान अपनी बात कह सकते हैं। प्रश्नकाल बहुत महत्वपूर्ण है। कृपया प्रश्नकाल की कार्यवाही चलने दें।
नायडू की अपील को नजरअंदाज करते हुये कांग्रेस एवं अन्य दलों के विपक्षी सदस्य सदन के बीचो-बीच आ गये और नारेबाजी करने लगे। वे पेट्रोल-डीजल और घरेलू गैस के दामों काे कम करने की मांग करने वाले नारे लगाने लगे।
इसपर नायडू ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि उनकी कोई बात रिकॉर्ड नहीं की जाएगी। वे अपनी सीट पर जाएं और प्रशनकाल की कार्यवाही चलने दें।
उन्होंने कहा, नियम 267 के तहत कार्य स्थगन की अनुमति देना या न देना सभापति के विवेक पर निर्भर करता है। प्रश्नकाल भी बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए प्रश्नकाल की कार्यवाही चलने दें।
विपक्षी सदस्य नायडू की अपील काे नजरअंदाज करते हुये हंगामा करते रहे। इस पर नायडू ने सदन की कार्यवाही 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।