नयी दिल्ली । राज्यसभा में बुधवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी दल कांग्रेस , अन्नाद्रमुक, वाईएसआर कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी के अलग अलग मुद्दों पर भारी हंगामा किये जाने के कारण सदन में कोई कामकाज नहीं हो सका और कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
सुबह कार्यवाही शुरू होने और आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखे जाने के बाद अन्नाद्रमुक , तेलुगु देशम पार्टी और वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य आसन के निकट आकर कवेरी जल विवाद और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर तख्तियां लहराने लगे तथा नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान कांग्रेस के सदस्य भी राफेल सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति बनाये जाने की मांग को लेकर अपनी सीट पर खड़े हो गये और नारे लगाने लगे।
इसके फौरन बाद भाजपा के सदस्य कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग को लेकर तख्तियां लहराते हुये अपनी सीट से आगे बढ़ गये। इसके जबाव में कांग्रेस के सदस्य भी सदन के बीचोंबीच आ गये।
शोरगुल के बीच ही संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने कहा कि मंगलवार को सदन में दिये गये उनके बयान को कांग्रेस के उपनेता आंनद शर्मा ने गलत तरीके से पेश किया है जिसे सदन की कार्यवाही से हटाया जाना चाहिए। इसका कांग्रेस के सदस्यों ने जोरदार विरोध किया जिससे हंगामा और बढ़ गया। इसके बाद भाजपा के भूपेन्द्र यादव ने कहा कि आज के शून्यकाल में उन्होंने कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के बयान को लेकर नोटिस दिया है लेकिन इस मुद्दे को नहीं उठाने देने के लिए कांग्रेस सदस्य हंगामा कर रहे हैं।
इसके बाद सभापति एम वेंकैया नायडु ने कहा कि इस तरह की स्थिति में सदन को कैसे चलाया जा सकता है। उन्होंने सदस्यों से शांत होने और अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया लेकिन हंगामा जारी रहने पर सदन की बैठक कल तक के लिए स्थगित कर दी।