नई दिल्ली। राज्यसभा में मतदाता पहचान पत्र के आधार कार्ड से जोड़ने से संबंधित निर्वाचन विधि (संशोधन) विधयेक 2021 पारित कराने के दौरान कांग्रेस समेत संपूर्ण विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने महासचिव की टेबल पर रुल ‘बुक फेंक’ दी।
सदन के बीच में हंगामे के दौरान ही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जाॅन ब्रिटस् ने विधेयक में दिये गये संशोधनों को लेकर मत विभाजन की मांग की तो उप सभापति हरिवंश ने कहा कि नियम के तहत सभी सदस्यों को अपने स्थानों पर लौट जाना चाहिए इसके बाद ही उनकी मांग पूरी हो सकती है।
ब्रिटस् ने कहा कि सदन में व्यवस्था बनाना सभापति की जिम्मेदारी है और उन्हें इस विधेयक पर मत विभाजन चाहिए। उनकी इस मांग का समर्थन विपक्ष में सदन के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी किया और कहा कि सभापति को पहले मत विभाजन बोलना चाहिए। इसके बाद सभी सदस्य अपने स्थानों पर लौट जाएंगे। लेकिन हरिवंश ने कहा कि विपक्षी सदस्य मत विभाजन नहीं चाहते हैं और उन्होंने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ा दी।
इसका विरोध करते हुए कांग्रेस समेत समस्त विपक्ष सदन की कार्यवाही का बॉयकाट करते हुए सदन से बाहर चला गया लेकिन तृणमूल कांग्रेस के सदस्य और श्री ब्रिटस् सदन में रहे और शोरशराबा करते रहे।
इसके बाद ब्रायन ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि सदन में सदस्य मत विभाजन की मांग कर रहे और उनकी मांग नहीं सुनी जा रही है। हरिवंश ने कहा कि उनकी का मांग निवारण हो चुका है और उन्हें बोलने की अनुमति नहीं है। इससे उत्तेजित ब्रायन ने ‘रुल बुक’ महासचिव की टेबल की ओर फेंकी और गुस्से से बाहर चले गए।
ब्रायन के इस व्यवहार को लेकर सदन में सिहरन सी दौड़ गई। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के भूपेंद्र यादव ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए ब्रायन के व्यवहार पर आपत्ति जताई।
डेरेक शीतकालीन सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित
राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन को सदन में अनुचित आचरण और आसन का अपमान करने पर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए मंगलवार को निलंबित कर दिया गया।
पीठासीन अधिकारी सस्मित पात्रा ने कहा कि ब्रायन ने सदन की रुल बुक को आसन और महासचिव की मेज की तरफ जिस तरह से फेंका, वह बहुत खतरनाक था और इससे आसन तथा सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि ब्रायन सदन में एक दल के नेता हैं और उनसे इस तरह आचरण के बजाय आदर्श व्यावहार की अपेक्षा की जाती है।
इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने ब्रायन को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। जिस समय यह प्रस्ताव रखा गया, उस समय विपक्षी सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे। क्योंकि वे निर्वाचन विधि संशोधन विधेयक 2021 के पारित किए जाने के दौरान मतविभाजन की मांग करते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए थे।